नई दिल्ली: सोमवार को दिल्ली में जारी बारिश से यमुना नदी का स्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है. यमुना का स्तर बढ़ने की आशंका पहले ही लगाई जा रही थी. हालांकि कहा जा रहा था कि मंगलवार तक यमुना नदी खतरे के निशान को पार कर सकती है. इसी बीच खबर सामने […]
नई दिल्ली: सोमवार को दिल्ली में जारी बारिश से यमुना नदी का स्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है. यमुना का स्तर बढ़ने की आशंका पहले ही लगाई जा रही थी. हालांकि कहा जा रहा था कि मंगलवार तक यमुना नदी खतरे के निशान को पार कर सकती है. इसी बीच खबर सामने आ रही है कि राजधानी में लगातार जारी बारिश की वजह से यमुना का वार्निंग लेवल 204.50 मीटर भी पार हो गया है.
माना जा रहा था कि कल यानी मंगलवार को यमुना नदी में खतरे का स्तर पार हो जाएगा लेकिन सोमवार शाम को ही यमुना का स्तर बढ़ गया है. खतरे को देखते हुए यमुना नदी के किनारे रहने वाले लोगों को विस्थापित करना शुरू कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि यमुना का जलस्तर 205.40 मीटर तक पहुंच चुका है. दिल्ली के निचले इलाकों में यमुना का स्तर बढ़ जाने से खतरा मंडरा रहा है.
इसे देखते हुए दिल्ली सरकार अलर्ट मोड पर आ गई है. बता दें, साल 1978 और 2010 में दिल्ली में बाढ़ आई थी. कई इलाके इस दौरान पानी से भर गए थे जहां साल 1978 में यमुना नदी में दो लाख 24 हजार 390 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था.
हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने को लेकर सीएम केजरीवाल ने कहा कि हालत ऐसे बन गए हैं कि सारे प्रयास कम पड़ गए हैं. यमुना में अधिक पानी छोड़े जाने से बाढ़ का ख़तरा बन गया है. दिल्ली में बरसात का 40 साल का रिकॉर्ड टूट गया है. यहां इतनी बारिश हो रही है कि दिल्ली का सिस्टम फेल हो गया है.
बता दें, मौसम विभाग ने कल भी दिल्ली में भारी बारिश होने की बात कही है जिसके बाद राजधानी में सभी स्कूलों में एक और दिन की छुट्टी का ऐलान कर दिया गया है. इस बीच मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बताया कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार यदि यमुना 206 मीटर के निशान को पार करती है तो हम नदी के किनारे निकासी शुरू कर देंगे.