महिला आरक्षण बिल: BJP मुख्यालय में बोले पीएम मोदी, करोड़ों लोगों ने दिया हमें इतिहास रचने का मौका

नई दिल्ली: संसद के दोनों सदन- लोकसभा और राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल के पास होने पर देशभर में जश्न का माहौल है. इस बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय पहुंचे. जहां बीजेपी की महिला कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया. इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने […]

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महिला आरक्षण बिल: BJP मुख्यालय में बोले पीएम मोदी, करोड़ों लोगों ने दिया हमें इतिहास रचने का मौका

Vaibhav Mishra

  • September 22, 2023 12:11 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

नई दिल्ली: संसद के दोनों सदन- लोकसभा और राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल के पास होने पर देशभर में जश्न का माहौल है. इस बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय पहुंचे. जहां बीजेपी की महिला कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया. इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ये हमारा सौभाग्य है कि करोड़ो लोगों ने हमें इतिहास रचने का मौका दिया है.

नया इतिहास बनते हुए देखा है

पीएम मोदी ने भाजपा मुख्यालय में कहा कि मैं आज देश की सभी महिलाओं को बधाई देता हूं. कल और परसों हमने नया इतिहास बनते हुए देखा है. उन्होंने कहा कि इस बिल की राह में बहुत सारी बाधाएं थे, लेकिन जब आपके इरादे नेक और प्रयासों में पारदर्शिता हो तो आप सभी बाधाओं को पार कर जाते हैं और परिणाम सामने आता है. प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बिल को संसद में इतना समर्थन मिला है, ये भी अपने आप में एक रिकॉर्ड है. मैं इसके लिए सभी राजनीतिक पार्टियों और सासदों को धन्यवाद देता हूं.

पीएम मोदी ने और क्या कहा?

प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि संसद के दोनों सदनों में महिला आरक्षण बिल का पास होना ये दिखाता है कि बहुमत की सरकार वाला देश कैसे काम करता है. पीएम ने कहा कि हमने कभी भी किसी के राजनीतिक स्वार्थ को महिला आरक्षण बिल के राह में बाधा नहीं बनने दिया है.

कभी कोई ठोस प्रयास नहीं हुए

भाजपा मुख्यालय में महिला कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि इससे पहले जब भी ये बिल संसद के सामने आया तो सिर्फ लीपापोती ही की गई, कभी ठोस प्रयास नहीं किए गए. लोगों ने बिल के लिए वोट तो किया लेकिन कुछ लोगों को ये बात नागवार गुजरी कि ‘नारी शक्ति वंदन’ शब्द क्यों लाया गया है. क्या देश की महिलाओं को सलाम नहीं किया जाना चाहिए? क्या पुरुषों और हमारी राजनीतिक विचारधारा में इतना अहंकार होना चाहिए कि हम ‘नारी शक्ति वंदन’ पर नाखुश हों? अबजब स्थिर सरकार है, तो विधेयक एक वास्तविकता है.

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