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राहुल गांधी देशद्रोही व गद्दार क्यों, ऐसा उन्होंने क्या किया कि टूट गया आसमां?

संसदीय लोकतंत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष में नोंक-झोंक होती रहती है लेकिन जिस तरह से भाजपा ने राहुल गांधी को गद्दार कहा, उसके बाद सवाल उठ रहे हैं कि विपक्ष के नेता ने ऐसा क्या किया कि भाजपा आग बबूला हो गई. इस कहानी को समझने के लिए घटनाक्रम की पृष्ठभूमि को समझना जरूरी हो गया है.

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Rahul Gandhi, George Soros & OCCRP
  • December 5, 2024 7:35 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 month ago

नई दिल्ली. भाजपा ने गुरुवार को राहुल गांधी पर ऐसा आरोप लगाया कि जो सुना वह सन्न रह गया. पार्टी के प्रवक्ता और लोकसभा सदस्य संबित पात्रा ने एक प्रेस कांफ्रेंस की और दो टूक कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी गद्दार व देशद्रोही हैं. भाजपा के आरोपों पर कांग्रेस आग बबूला हो गई और उसने लोकसभा स्पीकर को चिट्ठी लिखकर सबित पात्रा के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर डाली. आखिर क्या है ये पूरा मामला और भाजपा सांसद ने ये बात क्यों कही कि राहुल को देशद्रोही व गद्दार कहने में न तो कोई डर है और न ही कोई झिझक. हम आपको पूरा विवाद बताते हैं जिसको लेकर कांग्रेस व भाजपा में गहरा विवाद है.

OCCRP क्या है और क्यों भड़की भाजपा

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और भाजपा में अडानी से लेकर भारतीय एजेंसियों की कार्रवाई तक गहरे मतभेद हैं. इसको लेकर दोनों दलों में सड़क से संसद तक संग्राम होता रहता है. राहुल गांधी गौतम अडानी का नाम सीधे पीएम मोदी से जोड़ते हैं. कहते हैं कि प्रधानमंत्री के संरक्षण में अडानी का उद्योग धंधा फल फूल रहा है. सरकार उनकी तरफदारी करती है लेकिन हालिया विवाद 2 दिसंबर को एक फ्रांसीसी अखबार मीडियापार्ट में प्रकाशित रिपोर्ट ‘द हिडन लिंक्स बिटवीन अ जाइंट ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिज्म एंड द यूएस गवर्नमेंट’ को लेकर हो रहा है.

बाइडन प्रशासन भी OCCRP का मददगार

OCCRP यानी कि ऑर्गनाइज़्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट अमेरिकी सरकार का प्रभाव वाला एक संस्था/वैश्विक मीडिया एजेंसी है. जबकि ओसीसीआरपी का दावा है कि वह वर्ल्डवाइड पत्रकारों का एक नेटवर्क जो भ्रष्टाचार व अपराध को लेकर निष्पक्ष रिपोर्टिंग करता है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि  बाइडेन प्रशासन से इस संगठन को वित्तीय मदद मिलती है. इसके अलावा अलग अलग देशों खासतौर से पश्चिमी देश भी इस संस्था की मदद करते हैं.

OCCRP, सोरोस और राहुल का गठजोड़

भाजपा प्रवक्ता और पुरी से लोकसभा सदस्य संबित पात्रा ने बताया कि एक अमेरिकी उद्योगपति हैं जॉर्ज सोरोस जो भारत के बढ़ते कदम को लेकर दुर्भावना रखते हैं और दूसरी तरफ एक वैश्विक एजेंसी व न्यूज पोर्टल है OCCRP  जबकि तीसरे कोण पर खड़े हैं कांग्रेस नेता राहुल गांधी. आरोप है कि जार्ज सोरोस की ओपन सोसाइटी फाउंडेशन से ओसीसीआरपी को फंडिंग होती है. OCCRP, सोरोस अमेरिका के डीप स्टेट आपस में जुड़े  हुए हैं. जैसे ही सोरोस और OCCRP बोलते या लिखते हैं कांग्रेस की पूरी मशीनरी उनकी बातों को आगे बढ़ाने में लग जाते हैं और राहुल गांधी आसमान को सिर पर उठा लेते हैं.

 गठजोड़ भारत विरोधी

संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि  इनसे भारत की प्रगति देखी नहीं जाती. ये भारत की एकता व अखंडता को तोड़ना चाहते हैं. ओसीसीआरपी लगातार भारत विरोधी रिपोर्टिंग करता रहा है और गौतम अडानी के खिलाफ जो रिपोर्ट छपी उसमें भी इसकी बड़ी भूमिका रही. कोई रिपोर्ट प्रकाशित होती है और सोरोस कुछ कहते हैं तत्काल राहुल गांधी उनकी रिपोर्ट को लेकर आरोप लगाने के लिए बैठ जाते हैं. मानों राहुल गांधी उनके एजेंट हों.

राहुल का देश विरोधी कनेक्शन

संबित पात्रा ने राहुल गांधी को देशविरोधी व गद्दार साबित करने के लिए कई उदाहरण भी गिनाये. उन्होंने बताया कि कोरोना काल में ब्राजील ने जून 2021 में ही कोवैक्सिन के लिए 324 डॉलर के सौदे से हाथ खींच लिये थे लेकिन कांग्रेस तब कुछ नहीं बोली. जैसे ही 1 जुलाई को ओसीसीआरपी ने इस मुद्दे को उठाया कांग्रेस ने इसके लेख को मुद्दा बना लिया और सवाल दागने शुरू कर दिये. ठीक इसी तरीके से अडानी मामले में हुआ. जैसे ही ओसीसीआरपी ने अडानी पर वार किया कांग्रेस ने वार करना शुरू कर दिया. 18 जुलाई 2021 को ओसीसीआरपी ने पेगासस विवाद की शुरुआत की, 19 जुलाई से कांग्रेस ने इसे तूल देने के लिए सारी ताकत झोंक दी. 26 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने कह दिया कि दावों को साबित करने के लिए पेगासस के पास कोई सबूत नहीं है.

जार्ज सोरोस और राहुल गांधी का रिश्ता

संबित पात्रा ने राहुल गांधी और जार्ज सोरोस के संबंध साबित करने के लिए सोरेस की संस्था के उपाध्याक्ष सलिल शेट्टी के साथ घूमने का भी जिक्र किया. संबित पात्रा यहीं नहीं रुके बल्कि ओसीसीआरपी के बांग्लादेशी पत्रकार मुश्फिकुल फजल अंसारी से भी राहुल गांधी के संबंध बताये जो भारत विरोधी एजेंडा चलाते हैं. इसी तरह से दिल्ली दंगों के लिए शरजील इमाम को चीन से फंडिंग का जिक्र करते हुए बताया कि आनंद मंगनाले ने इसमें मदद की थी. मंगनाले कांग्रेस से जुड़े हुए थे और उसके लिए फंड जुटाते थे. इस तरह भाजपा ने कांग्रेस व राहुल गांधी को देश विरोधी ताकतों से जोड़ने के लिए बहुत सारे तथ्य रखे. कांग्रेस इन आरोपों से काफी नाराज है और सीधे लोकसभा स्पीकर का दरवाजा खटखटाया है.

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