चंडीगढ़: पंजाब में किसानों के तीन दिन के रेल रोको आंदोलन का आज आखिरी दिन है. राज्य में कई जगहों पर रेल की पटरियों पर अभी भी किसान रेल की पटरियों पर बैठे हुए हैं, जिससे कई ट्रेनें प्रभावित हुईं हैं. रेलवे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्वीटर) पर पोस्ट कर दी है. बता […]
चंडीगढ़: पंजाब में किसानों के तीन दिन के रेल रोको आंदोलन का आज आखिरी दिन है. राज्य में कई जगहों पर रेल की पटरियों पर अभी भी किसान रेल की पटरियों पर बैठे हुए हैं, जिससे कई ट्रेनें प्रभावित हुईं हैं. रेलवे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्वीटर) पर पोस्ट कर दी है. बता दें कि हालिया बाढ़ से हुए नुकसान के लिए वित्तीय पैकेज, व्यापक कर्ज माफी और MSP की कानूनी गारंटी की मांग को लेकर किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
बता दें कि किसानों ने कहा है कि वे केंद्र सरकार के खिलाफ शनिवार यानी 30 सितंबर तक अपना आंदलोन चलाने वाले हैं. गुरुवार को किसानों ने होशियारपुर, जालंधर, गुरदासपुर, तरन तारन, फिरोजपुर, संगरूर, बठिंडा, पटियाला और अमृतसर समेत राज्य के 17 जगहों से इस आंदोलन की शुरूआत की थी. भारतीय किसान यूनियन (एकता आजाद), आजाद किसान समिति दोआबा, किसान मजदूर संघर्ष समिति, भारतीय किसान यूनियन (क्रांतिकारी), भारतीय किसान यूनियन (बेहरामके) और भारतीय किसान यूनियन (शहीद भगत सिंह) समेत कई किसान संगठन इस विरोध-प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे हैं.
प्रदर्शन कर रहे किसान बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई की मांग कर रहे हैं. उनकी प्रमुख मांगों में वित्तीय पैकेज, कर्ज माफी और सभी फसलों पर एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी शामिल हैं. किसान नेता गुरबचन सिंह ने कहा कि किसानों और मजदूरों का पूरा कर्ज सरकार को माफ करना चाहिए. इसके साथ ही कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान जिन किसानों की मौत हुई थी, उनके परिजनों को 10 लाख रुपये और परिवार में किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए.