कोल्हापुर: बुधवार सुबह महाराष्ट्र के कोल्हापुर की सड़कें प्रदर्शनकारियों से भर गईं जो 10 बजे छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर जमा हो गए थे. प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान खूब बवाल काटा जहां पूरा कोल्हापुर हिंसा की आग में जल गया. ये पूरी हिंसा हिंदू संगठनों और विशेष समुदाय के बीच होने की बात सामने आ […]
कोल्हापुर: बुधवार सुबह महाराष्ट्र के कोल्हापुर की सड़कें प्रदर्शनकारियों से भर गईं जो 10 बजे छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर जमा हो गए थे. प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान खूब बवाल काटा जहां पूरा कोल्हापुर हिंसा की आग में जल गया. ये पूरी हिंसा हिंदू संगठनों और विशेष समुदाय के बीच होने की बात सामने आ रही है. आइए आपको बताते हैं कैसे ये पूरा विवाद शुरू हुआ.
दरअसल दो समुदायों के बीच ये पूरा विवाद एक वाट्सऐप स्टेटस से शुरू हुआ जिसमें तीन युवकों ने औरंगजेब की तारीफ की थी. ये स्टेटस वायरल होने के बाद कुछ हिंदू संगठनों ने कोल्हापुर बंद का आव्हान किया जिसके बाद हजारों की संख्या में हिंदू कार्यकर्ता छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर बुधवार को एकत्रित हो गए. इस बीच कुछ कार्यकर्ताओं ने परथरबाजी भी की और दुकानों में तोड़-फोड़ भी की गई. हालात इतने बिगड़ गए कि पुलिस को प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए लाठीचार्ज किया.
बताया जा रहा है कि वायरल होने वाले बवाली वाट्सऐप स्टेटस को डालने वाले तीनों नाबालिग युवकों के खिलाफ FIR दर्ज़ कर ली गई थी. लेकिन हिंदू संगठनों ने तीनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की और सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया मांग की जिसपर पूरा विवाद हुआ.
इस पूरे बवाल को लेकर अब सियासत भी गरमा गई है जहां एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कानून और व्यवस्था की स्थिति विफल है. हालात को संभालने में गृह मंत्रालय नाकाम रहा है. पूरे राज्य में सांप्रदायिक अशांति दिखाई दे रही है ऐसे में महाराष्ट्र में विकास और निवेशकों के आने की उम्मीद नहीं की जा सकती है.
बुधवार को नागपुर में मीडिया से बात करते हुए डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र के कुछ ज़िलों में औरंगज़ेब की औलादें पैदा हुई हैं। वे औरंगज़ेब की फोटो दिखाते, रखते और स्टेटस लगाते हैं। इस कारण समाज में दुर्भावना और तनाव पैदा हो रहा है। सवाल यह है कि अचानक औरंगजेब की इतनी औलादें कहां से पैदा हो गई हैं। इसका असली मालिक कौन है वह हम ढूंढेंगे। परिस्थिति नियंत्रण में है। लोगों से अपील है कि वे क़ानून अपने हाथ में न लें.
ओडिशा ट्रेन हादसे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने PM मोदी को लिखा पत्र, पूछे ये सवाल
बालासोर ट्रेन हादसे पर दिग्विजय सिंह ने सरकार पर साधा निशाना, रेल मंत्री का मांगा इस्तीफा