नई दिल्ली: आठ महीने पहले कांग्रेस पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव हुआ था लेकिन अब तक कांग्रेस की कार्यसमिति का खुलासा नहीं किया गया है. अब बताया जा रहा है कि कांग्रेस जल्द ही अपनी टीम 2024 की घोषणा कर सकती है. इसमें कई नेताओं को भी शामिल किए जाने की चर्चा है जहां निष्कासन को लेकर भी अटकलें तेज हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे CWC में किन सदस्यों को नामित करेंगे इसपर सभी की नज़रें हैं. पार्टी ने अपने अधिवेशन में इसका फैसला किया था हालांकि भारत जोड़ो यात्रा, संसदीय सत्र और कर्नाटक चुनाव की वजह से इसमें कुछ देरी हो गई. अब CWC में 2024 के लोकसभा चुनाव में चुनावी दौड़ में दौड़ने के लिए नेताओं की मजबूत कतार होने की उम्मीद जताई जा रही है.
इस समय सबकी नज़रें प्रियंका गांधी वाड्रा की भूमिका पर है जिसे लेकर कहा जा रहा है कि पार्टी कई विकल्पों पर विचार कर रही है. इसमें प्रियंका को महासचिव या कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किए जाने की भी संभावना जताई जा रही है. वहीं उन्हें हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में सफल प्रचार-प्रयासों के लिए सराहा भी जा रहा है जिसे देखते हुए पार्टी की उन पर विश्वसनीयता और संभावनाएं बढ़ी हैं.
दूसरी ओर प्रियंका गाँधी पहले ही कांग्रेस के अभियानों की चुनावी राज्य तेलंगाना और मध्य प्रदेश में अगुवाई कर रही हैं। इसलिए बतौर चुनाव प्रभारी उनके लिए भूमिका तय मानी जा रही है.
वहीं खरगे के नेतृत्व में पार्टी कई पैमानों पर बड़ा बदलाव कर सकती है. वर्तमान स्टीयरिंग कमेटी जिसमें अन्य नेता भी शामिल हैं उसमें भी बदलाव किए जाने का विचार किया जा रहा है. इस कमेटी में CWC के साथ-साथ गुजरात और त्रिपुरा के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं जिसकी वजह से हरियाणा के साथ दिल्ली की भी जिम्मेदारी दीपक बाबरिया को दी गई है जो पहले शक्ति सिंह गोहिल के पास थी. फिलहाल शक्ति सिंह को पार्टी ने गुजरात कांग्रेस का चीफ नियुक्त किया है. ऐसे में टीम में किसी नए नेता के शामिल होने की भी चर्चा है.
तमिलनाडु और महाराष्ट्र के प्रमुख पदों को भी भरने की जरूरत है क्योंकि कर्नाटक में दिनेश गुंडू राव और एमवी पाटिल मंत्री बन चुके हैं. राजस्थान में आगामी चुनावों के मद्देनज़र सचिन पायलट को केंद्रीय संगठन में नए CWC सदस्य और महाराष्ट्र के प्रभारी महासचिव के रूप में संभावित रूप से शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है. ऐसा कर कांग्रेस सचिन पायलट और गहलोत के बीच गतिरोध को कम करना चाहती है.
संभावना है कि केसी वेणुगोपाल, रणदीप सिंह सुरजेवाला, शैलजा कुमारी और माणिक राव ठाकरे समेत कई नेताओं की भूमिका बरकरार रहेगी. वहीं प्रदेश के नेताओं को मुश्किलों को सामना करना पड़ सकता है जिसमें राजीव शुक्ला और जेपी अग्रवाल भी शामिल हैं. अजय माकन और मोहन प्रकाश को भी पार्टी एक बार फिर बड़ी एंट्री दे सकती है. बहरहाल संभावना है कि खड़गे की बहुप्रतीक्षित ‘टीम 2024’ की लिस्ट अगले एक हफ्ते तक जारी हो सकती है.
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