पटना/नई दिल्ली। बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी नेताओं का महाजुटान हुआ था. सीएम नीतीश कुमार के आवास पर 6 राज्यों के मुख्यमंत्री और 5 पूर्व मुख्यमंत्रियों ने 2024 में नरेंद्र मोदी व भारतीय जनता पार्टी को कैसे हराया जाए इसपर चर्चा की. बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी हुई, जिसमें सभी नेताओं ने […]
पटना/नई दिल्ली। बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी नेताओं का महाजुटान हुआ था. सीएम नीतीश कुमार के आवास पर 6 राज्यों के मुख्यमंत्री और 5 पूर्व मुख्यमंत्रियों ने 2024 में नरेंद्र मोदी व भारतीय जनता पार्टी को कैसे हराया जाए इसपर चर्चा की. बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी हुई, जिसमें सभी नेताओं ने अपनी-अपनी बात रखी.
चलिए आपकों विस्तार से बताते हैं कि आज पटना में विपक्षी नेताओं के बीच क्या सियासी खिचड़ी पकी…
विपक्ष की महाबैठक में आज 15 दल शामिल हुए, जिसमें जदयू, राजद, डीएमके, टीएमसी, आम आदमी पार्टी, सीपीआई, सीपीआई (एमएल), सीपीएम, कांग्रेस, शिवसेना, पीडीपी, नेशनल काॅन्फ्रेंस, जेएमएम, एनसीपी और सपा शामिल है.
महाबैठक में शामिल होने वाले नेताओं में नीतीश कुमार, ममता बनर्जी, , एमके स्टालिन, मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी , अरविंद केजरीवाल, हेमंत सोरेन, उद्धव ठाकरे, शरद पवार, संजय राऊत, ललन सिंह,संजय झा, सीताराम येचुरी, उमर अब्दुल्ला,लालू प्रसाद यादव, भगवंत मान, अखिलेश यादव, केसी वेणुगोपाल, सुप्रिया सुले, मनोज झा, फिरहाद हकीम, प्रफुल्ल पटेल, राघव चड्ढा, संजय सिंह, टीआर बालू, महबूबा मुफ्ती, दीपंकर भट्टाचार्य, तेजस्वी यादव, अभिषेक बनर्जी, डेरेक ओ’ब्रायन, आदित्य ठाकरे और डी राजा शामिल हैं.
महाबैठक खत्म होने के बाद सभी नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीटिंग में बातचीत के बारे में जानकारी दी, सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि सभी विपक्षी पार्टियों के बीच एक साथ चुनाव लड़ने पर सहमति बनी है. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि हम 10 या 12 जुलाई को हिमाचल प्रदेश के शिमला में फिर से मिलेंगे. अगली बैठक में हम एक सामान्य एजेंडा तैयार करेंगे. बता दें कि शिमला में होने वाली विपक्षी नेताओं की बैठक दो दिनों तक चलेगी. इस मीटिंग में विपक्षी एकजुटता का संयोजक कौन होगा, इस बारे में फैसला किया जाएगा.
आइए अब जानते हैं कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में किस नेता ने क्या कहा…
विपक्षी दलों के नेताओं की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ दिन के बाद सब पार्टियों की फिर से अगली बैठक की जाएगी. अगली बैठक में तय होगा की कौन कहां लड़ेगा. जो शासन में है वे देश के हित में काम नहीं कर रहे हैं. वे सब इतिहास बदल रहे हैं. हम सबका अभिनंदन करते हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हम 10 या 12 जुलाई को हिमाचल प्रदेश के शिमला में फिर से मिलेंगे. अगली बैठक में हम एक सामान्य एजेंडा तैयार करेंगे. कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि हमें हर राज्य में अलग-अलग तरह से काम करना पड़ेगा.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा और RSS हिंदुस्तान की नींव पर आक्रमण कर रही है. यह विचारधारा की लड़ाई है और हम साथ खड़े हैं। हमने निर्णय लिया है कि हम एक साथ काम करेंगे और अपनी सामान्य विचारधारा की रक्षा करेंगे. यह विपक्षी एकता की प्रक्रिया है जो आगे बढ़ेगी.
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जो मुल्क के अंदर हो रहा है और हमारे लोकतंत्र, संविधान, सेक्युलरिज्म पर हमला हो रहा है उसका प्रयोगशाला हमारा जम्मू-कश्मीर बन चुका है. इसकी शुरूआत जम्मू-कश्मीर से हुई है और पूरे मुल्क में वहीं हो रहा है जो हमारे साथ हुआ है. हमने जिस महात्मा गांधी, नेहरू के मुल्क के साथ हाथ मिलाया है वही आइडिया ऑफ इंडिया है.
शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि देश की एकता, अखंडता बनाए रखने के लिए हम एक साथ आए हैं. इसके आगे हमारे प्रजातंत्र पर आघात करेगा उसका हम सब मिलकर विरोध करेंगे. जो भी देश में तानाशाही लाना चाहेगा उसके ख़िलाफ़ हम एक साथ रहेंगे. शुरूआत अच्छी रही है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि पटना में जो बैठक हुआ है वो अच्छा हुआ है. हमने तीन चीज पर जोर दिया है- हम लोग एक है, हम लोग एक साथ लड़ेंगे, अगली बैठक शिमला में होगा. बीजेपी चाहती है कि इतिहास बदला जाए और हम चाहते हैं कि बिहार से इतिहास बचाया जाए.
नेशनल कांफ्रेंस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि इतने लोगों को इकट्ठा करना छोटी बात नहीं है. हमारा मकसद ताकत हासिल करना नहीं है. यह उसूलों, विचारधारा, सोच, इरादों की लड़ाई है. मैं और महबूबा मुफ्ती इस मुल्क के ऐसे बदनसीब इलाके से ताल्लुक़ रखते हैं, जहां लोकतंत्र का दिनदहाड़े कत्ल किया जा रहा है. वज़ीर-ए-आज़म को व्हाइट हाउस में लोकतंत्र की बात करते हुए अच्छा लगा लेकिन यह लोकतंत्र जम्मू-कश्मीर तक क्यों नहीं पहुंचता?.
विपक्षी बैठक पर राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख और बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव ने कहा कि आज की बैठक में सबने खुलकर अपने विचार रखे हैं और तय हुआ है कि अगली बैठक शिमला में होगी और उसमें आगे की रणनीति तय करेंगे. एक होकर हमें लड़ना है. वहीं, उनके बेटे और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि पटना का यही संदेश है कि हम सब मिलकर काम करेंगे और मिलकर देश को बचाने का काम करेंगे.
अब आपकों बताते हैं कि विपक्ष की महाबैठक पर भारतीय जनता पार्टी की क्या प्रतिक्रिया रही….
पटना में हुई विपक्ष की बैठक पर भारतीय जनता पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि यह स्वार्थ का गठबंधन है, जिसके निशाने पर हिंदुस्तान है. वे राजनीतिक दल जो कभी एक दूसरे को फूटी आंख नहीं सुहाते थे, वे एकत्रित हुए हैं एक ऐसे संकल्प के साथ जो भारत को आर्थिक प्रगति से वंचित करता है. यह राजनीतिक दल पहले जब भी एक साथ आए हैं, तब भ्रष्टाचार, परिवारवाद साथ लाएं, ये राष्ट्र की आर्थिक प्रगति को संकुचित करने का अपने संग आरोप लेकर आएं हैं.
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने आज पटना में हुई विपक्षी महाबैठक पर कहा है कि विपक्षी दलों की बैठक पूरी तरह से टांय टांय फिश हो गई, इस बैठक में अगली मीटिंग कब होगी सिर्फ इसकी चर्चा हुई और कुछ नहीं हुआ. सुशील मोदी ने आगे कहा कि क्या बैठक से देश की जनता नहीं जानना चाहेगी कि नीतीश कुमार, अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल और राहुल गांधी में से कौन 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुकाबला करने वाला है। इन लोगों ने तो बाहर भी बोला था कि साथ में चुनाव लड़ेंगे.