मुंबई। महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के बीच महासंग्राम जारी है. शरद पवार से बगावत कर एनडीए में शामिल होने वाले भतीजे अजित पवार ने आज चाचा पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि हम किसी के पेट से नहीं जन्में तो इसमें हमारी क्या गलती है? मुझे हमेशा जो जिम्मेदारी दी गई, […]
मुंबई। महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के बीच महासंग्राम जारी है. शरद पवार से बगावत कर एनडीए में शामिल होने वाले भतीजे अजित पवार ने आज चाचा पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि हम किसी के पेट से नहीं जन्में तो इसमें हमारी क्या गलती है? मुझे हमेशा जो जिम्मेदारी दी गई, उसे मैंने पूरी मेहनत और ईमानदारी से निभाया. इसके साथ ही अजित ने कहा कि नौकरी में रिटायरमेंट की उम्र 60 साल होती है, भाजपा में 75 साल है, आप (शरद पवार) 83 साल के हो गए हैं लेकिन रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं. मैंने कहा था कि आप मुझे आशीर्वाद दीजिए, मैं सब संभालूंगा. लेकिन आपने यह नहीं किया. क्या वरिष्ठों को ऐसा करना चाहिए? वरिष्ठों को कहीं न कहीं रूक जाना चाहिए.
एमईटी कॉलेज में अपने गुट के एनसीपी नेताओं की बैठक में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि साल 2004 में हुए विधानसभा चुनाव में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के पास कांग्रेस से ज्यादा विधायक थे, लेकिन उस वक्त कांग्रेस को मुख्यमंत्री का पद दे दिया गया. अगर सीएम पद कांग्रेस को नहीं दिया जाता तो महाराष्ट्र में एनसीपी का भी सीएम होता.
अजित पवार ने आगे कहा कि साल 2017 में भी हमारी मुख्यमंत्री आवास ‘वर्षा’ पर बीजेपी नेताओं के साथ बैठक हुई थी. छगन भुजबल और जयंत पाटिल के कहने पर मैं और कई न्य लोग वहां गए थे. बीजेपी नेताओं के साथ हमारी लंबी चर्चा हुई थी. हमारे बीच कैबिनेट पोर्टफोलियो आवंटन और मंत्रियों के पदों को लेकर भी चर्चा हुई थी. लेकिन बाद में हमारी पार्टी के बड़े नेताओं ने कदम पीछे खींच लिए.
इस मीटिंग में एनसीपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि जब हम शिवसेना की विचारधारा को स्वीकार कर सकते हैं तो हमें भारतीय जनता पार्टी के साथ जाने में क्या आपत्ति है? हम भाजपा गठबंधन में एक स्वतंत्र इकाई के रूप में शामिल हुए हैं. जम्मू-कश्मीर में महबूबा मुफ्ती और फारूक अब्दुल्ला ने भी भाजपा के साथ गठबंधन किया है. लेकिन आज वह संयुक्त विपक्ष के हिस्सा बने हुए हैं
प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि मैं शरद पवार के साथ पटना में हुई संयुक्त विपक्ष की बैठक में गया था. वहां मैंने जो दृश्य देखा उसे देखकर मेरा हंसने का मन हुआ. उस बैठक में 17 विपक्षी पार्टियां थी, उनमें से 7 दलों के पास सिर्फ 1 लोकसभा सांसद हैं. उनमें से भी एक पार्टी ऐसी है जिसके पास 0 लोकसभा सांसद हैं. इसके बाद भी वे दावा कर रहे हैं कि वे आगामी लोकसभा चुनाव में बदलाव लाएंगे. प्रफुल्ल पटेल ने आगे कहा कि हमने एनडीए में शामिल होने का फैसला देशहित और पार्टी के हित के लिए लिया है. यह व्यक्तिगत लाभ के लिए लिया गया फैसला नहीं है.