पटना: इस समय बिहार की सियासत बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पटना दौरे से गरमाई हुई है. अब तक RJD के कई बड़े नेता धीरेंद्र शास्त्री को लेकर बयान दे चुके हैं. इसी कड़ी में तेजप्रताप के बयान से सियासत तेज हो गई है. महागठबंधन के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहली बार […]
पटना: इस समय बिहार की सियासत बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पटना दौरे से गरमाई हुई है. अब तक RJD के कई बड़े नेता धीरेंद्र शास्त्री को लेकर बयान दे चुके हैं. इसी कड़ी में तेजप्रताप के बयान से सियासत तेज हो गई है. महागठबंधन के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहली बार धीरेंद्र शास्त्री को लेकर कुछ कहा है.
#WATCH | "…Were all those who are saying this, born during freedom struggle?… What is the need of saying this? Follow any religion you want. But proposals for renaming are surprising. Is that even possible?..," Bihar CM Nitish Kumar reacts to Bageshwar Dham's Dhirendra… pic.twitter.com/UtCia2SbqL
— ANI (@ANI) May 16, 2023
पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि, आजादी की लड़ाई के बाद सबकी सहमति से संविधान बना। राष्ट्रपिता द्वारा किए गए नामकरण को सभी को स्वीकार करना चाहिए…जो (बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री) लोग बोल रहे हैं क्या उनका उस समय जन्म हुआ था? हम सब राष्ट्र पिता महात्मा गांधी को मानते हैं। हम उसी के आधार पर काम कर रहे हैं. बता दें, नीतीश कुमार ने ये बयान बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के कथित बयान “बिहार में ‘हिंदू राष्ट्र’ की आग भड़केगी” को लेकर दिया है.
खुले तौर पर RJD ने बाबा बागेश्वर धाम पर कुछ भी कहने से बचने की रणनीति अपनाई है. इस रणनीति की एक बड़ी वजह है बाबा बागेश्वर के श्रद्धालु. बीते दिनों धीरेंद्र शास्त्री को सुनने के लिए जितने श्रद्धालु आए जिसका अंदाजा खुद आयोजकों को भी नहीं था. इसी भीड़ ने RJD को सकते में डाल दिया है. अब इस मामले को RJD कोर कमेटी ने ज्यादा तूल ना देने की रणनीति बनाई है. जहां खुद लालू प्रसाद यादव इसके खिलाफ कुछ भी बोलने से बचते दिखे. सुरेंद्र यादव और चंद्रशेखर यादव को भी इस मामले में कोई भी बयान देने से बचने की सलाह दी गई है.
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