मुंबई, महाराष्ट्र सरकार को संकट से बचाने के लिए सरकार और उद्धव ठाकरे तमाम प्रयास कर रहे हैं. कुछ ही देर में उद्धव ठाकरे की कैबिनेट मीटिंग करने जा रहे हैं. इस मीटिंग से पहले ठाकरे ने महाराष्ट्र की राजनीति में चाणक्य कहे जाने वाले शरद पवार से बात की. जानकारी के मुताबिक दोनों के […]
मुंबई, महाराष्ट्र सरकार को संकट से बचाने के लिए सरकार और उद्धव ठाकरे तमाम प्रयास कर रहे हैं. कुछ ही देर में उद्धव ठाकरे की कैबिनेट मीटिंग करने जा रहे हैं. इस मीटिंग से पहले ठाकरे ने महाराष्ट्र की राजनीति में चाणक्य कहे जाने वाले शरद पवार से बात की. जानकारी के मुताबिक दोनों के बीच यह बातचीत फ़ोन पर हुई है. जहां एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने उद्धव ठाकरे को संघर्ष करने की नसीहत दी है. उद्धव ठाकरे को पवार ने कहा, कि उन्हें सियासी मैदान अभी छोड़ने की जरूरत नहीं है. बता दें, इससे पहले भी शरद पवार ने सीएम ठाकरे को यही नसीहत दी थी.
इधर शिंदे गुट और शिवसेना के बीच घमासान जारी है तो वहीं दूसरी ओर राज्य में भाजपा भी काफी सक्रीय दिखाई दे रही है. जहां मंगलवार को जारी महाराष्ट्र सियासी संकट के बीच प्रदेश के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस दिल्ली गए. यहां उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. जहां दोनों नेताओं के बीच मौजूदा स्थिति पर चर्चा हुई. इसके अलावा भाजपा का अगला कदम क्या हो सकता है इस बात पर भी मंथन होने की संभावना है.
एकनाथ शिंदे के बागी विधायक, भाजपा के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बना सकते हैं. जहां बागी विधायकों के नेता एकनाथ शिंदे को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है. शिंदे गुट के सभी विधायकों में से 8 को कैबिनेट मंत्री और 5 को MoS का दर्ज़ा भी दिया जा सकता है. जहां इस समीकरण के बनने पर 29 कैबिनेट मंत्री बीजेपी के होंगे.
बता दें, शिंदे गुट के साथ इस समय मौजूदा शिवसेना सरकार के 8 मंत्री हैं. ऐसे में शिंदे गुट वही मंत्रालय चाहेगा है जो कि विधायकों के पास पहले से थे. क्योंकि पिछले एक महीने में लिये गए सभी फैसलों को उद्धव सरकार द्वारा रोक दिया गया है. एकनाथ शिंदे चाहते हैं कि जो निर्दलीय विधायक बागी गुट के साथ आए हैं उन्हें भाजपा कोटे में से मंत्री बनाया जाए.
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