पाकिस्तान संसद: नई दिल्ली। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली (National Assembly) में रात 8:30 बजे इमरान सरकार के भविष्य का फैसला हो जाएगा. अविश्वास प्रस्ताव को लेकर विपक्षी दल पीपीपी (PPP), मुस्लिम लीग-एन (Muslim League-N) और सत्ताधारी दल पीटीआई (PTI) के बीच बात हो गई है. जिसके बाद प्रस्ताव पर वोटिंग को लेकर फैसला हुआ. सत्ताधारी […]
नई दिल्ली। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली (National Assembly) में रात 8:30 बजे इमरान सरकार के भविष्य का फैसला हो जाएगा. अविश्वास प्रस्ताव को लेकर विपक्षी दल पीपीपी (PPP), मुस्लिम लीग-एन (Muslim League-N) और सत्ताधारी दल पीटीआई (PTI) के बीच बात हो गई है. जिसके बाद प्रस्ताव पर वोटिंग को लेकर फैसला हुआ. सत्ताधारी पार्टी पीटीआई के सांसदो को बागी रवैये और गठबंधन के साथी दलों को छोड़कर जाने के बाद अब इमरान सरकार का सत्ता से बाहर होना तय है. बता दे कि नेशनल असेंबली में बहुमत हासिल करने के लिए इमरान सरकार को 172 सदस्यों के समर्थन की आवश्यकता है. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो इमरान खान के समर्थन में सिर्फ 142 संसद सदस्य ही है।
अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले पाकिस्तान मुस्लिम लीग की नेता और पूर्व प्रधानंमत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज (Maryam Nawaz) ने दावा किया है कि इमरान खान के पास अब सरकार में बने रहने के लिए जरूरी संख्या नहीं है और आज सदन में इमरान सरकार गिर जाएगी. मरियम ने आगे कहा कि सभी विपक्षी पार्टियां एकजुट है और नेसनल असेंबली में हमारे पास 176 सांसद है. इससे पहले मरियम ने इमरान खान को कहा था कि अगर उनकों भारत ज्यादा पसंद है तो वो वहीं चले जाए. बता दे इमरान खान ने शुक्रवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा था कि भारत की जनता बहुत खुद्दार है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान नेशनल असेंबली में डिप्टी स्पीकर द्वारा अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करने और प्रधानमंत्री इमरान की सिफारिश पर राष्ट्रपति आरिफ अल्वी (President Arif Alvi) द्वारा संसद को भंग किए जाने को लेकर पाक सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए दोनों फैसलों को असंवैधानिक बताते हुए दोबारा अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग का निर्णय दिया था. सुप्रीम कोर्ट इस फैसले इमरान सरकार बड़ा झटका लगा था. प्रधानंमत्री इमरान ने इसे लेकर शनिवार को राष्ट्र के नाम संबोधन किया, जिसमें उन्होंने जनता से भावनात्मक अपील करते हुए उन्हें समर्थन देने की बात कही थी. इमरान ने अमेरिका पर उनकी सरकार के खिलाफ साजिश रचने का भी आरोप लगाया था।