उत्तर प्रदेश: लखनऊ। कानपुर हिंसा के चार दिन बाद मंगलवार को योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी नेहा शर्मा का तबादला कर दिया। इसके बाद अब आईएएस विशाख जी. को कानपुर का नया डीएम बनाया गया है। 2011 बैच के आईएएस अधिकारी विशाख जी. मूल रूप से केरल के रहने वाले है। वे […]
लखनऊ। कानपुर हिंसा के चार दिन बाद मंगलवार को योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी नेहा शर्मा का तबादला कर दिया। इसके बाद अब आईएएस विशाख जी. को कानपुर का नया डीएम बनाया गया है। 2011 बैच के आईएएस अधिकारी विशाख जी. मूल रूप से केरल के रहने वाले है। वे इससे पहले वाराणसी और मेरठ जिले में सीडीओ के पद पर रह चुके है। उन्होंने हमीरपुर के जिलाधिकारी पद की भी जिम्मेदारी संभाली है।
भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा एक निजी टीवी चैनल पर पैगंबर मोहम्मद पर कथित अपमानजनक टिप्पणी के बाद 3 जून को शुक्रवार की जुमे की नमाज के बाद कानपुर शहर में भारी बवाल हो गया था। बवाल के दिन ही देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी तीनों कानपुर दौरे पर थे। जिसकी वजह से शहर की हर गतिविधि पर आलाकमान की नजर बनी हुई थी। इस बवाल को कानपुर प्रशासन की भारी गलती माना जा रहा है। जिसके बाद अब प्रदेश सरकार ने जिलाधिकारी नेहा शर्मा का स्थानीय निकाय में तबादला कर दिया है। नेहा का कानपुर में जिलाधिकारी के रूप में कार्यकाल सिर्फ 130 दिन का रहा था।
बता दें कि नेहा शर्मा की पहचान एक सख्त आईएएस अधिकारी की है। कानपुर जिलाधिकारी के रूप में सिर्फ 130 दिन के अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने अवैध खनन और अवैध बस स्टैंडों के खिलाफ अभियान चलाया था और शहर की व्यवस्था को पटरी पर लाने की कोशिश की थी। हालांकि कोशिशे ज्यादा कामयाब नहीं हो सकी थी। इसके साथ ही नेहा ने विधानसभा चुनाव 2022 में भी सख्त नेतृत्व का परिचय दिया था। नेहा के जिलाधिकारी होने के बावजूद उनकी लॉ एंड आर्डर के मामले में ज्यादा जिम्मेदारी नहीं बनती है। इसकी वजह कानपुर में पुलिस कमिश्नरी का होना है। गौरतलब है कि 2010 बैच की आईएएस अधिकारी नेहा शर्मा इससे पहले बागपत की भी जिलाधिकारी रह चुकी है।
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