देहरादून: उत्तरकाशी सुरंग हादसे में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए जारी रेस्क्यू ऑपरेशन आख़री स्टेज पर है. उम्मीद जताई जा रही है कि सभी मजदूर सही-सलामत बाहर आ जाएंगे. इस रेस्क्यू ऑपरेशन पर सीएम पुष्कर सिंह धामी से लेकर पीएम मोदी तक की नजर है। रात भर जारी रहा रेस्क्यू अभियान उत्तरकाशी […]
देहरादून: उत्तरकाशी सुरंग हादसे में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए जारी रेस्क्यू ऑपरेशन आख़री स्टेज पर है. उम्मीद जताई जा रही है कि सभी मजदूर सही-सलामत बाहर आ जाएंगे. इस रेस्क्यू ऑपरेशन पर सीएम पुष्कर सिंह धामी से लेकर पीएम मोदी तक की नजर है।
उत्तरकाशी सुरंग हादसे में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए दिन रात ड्रिलिंग का काम जारी है. वहीं ऑगर ड्रिलिंग मशीन में तकनीकी खराबी आने की वजह से ड्रिलिंग कार्य रोक दिया गया है. बचावकर्मी सिल्कयारा सुरंग में अब तक 46.8 मीटर ड्रिल कर चुके हैं।
उत्तरकाशी सुरंग में फंसे श्रमिकों को लेकर सफदरजंग अस्पताल के सामुदायिक चिकित्सक डॉ.जुगल किशोर का कहना है कि जब ऐसी स्थिति होती है तो उन्हें शारीरिक और मानसिक दोनों चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. लंबे समय तक पानी और भोजन नहीं मिलने की वजह से इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन हो सकता है।
श्रमिकों को सुरंग से बाहर निकाने के बाद सर्वप्रथम विशेषज्ञ चिकित्सकों से उनकी स्वास्थ्य जांच कराई जाएगी. वहीं सिलक्यारा, चिन्यालीसौड़ और उत्तरकाशी में तैयार किए गए सभी बेड पर ऑक्सीजन के साथ जीवन रक्षक दवा भी उपलब्ध करा दी गई है. विशेषज्ञ चिकित्सकों को सभी अस्पतालों में 24 घंटे अलर्ट पर रहने को कहा गया है।
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