देहरादून. हिम प्रदेश उत्तराखंड में एक बहुत बड़ा हादसा हो गया है, दरअसल, यहां पहाड़ों पर बर्फबारी शुरू हो गई है, वहीं द्रोपदी का डांडा में हिमस्खलन की चपेट में आने से उत्तरकाशी स्थित नेहरु पर्वतारोहण संस्थान (निम) के 30 पर्वतरोहियों का दल फंस गया है. हालांकि, इस हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य […]
देहरादून. हिम प्रदेश उत्तराखंड में एक बहुत बड़ा हादसा हो गया है, दरअसल, यहां पहाड़ों पर बर्फबारी शुरू हो गई है, वहीं द्रोपदी का डांडा में हिमस्खलन की चपेट में आने से उत्तरकाशी स्थित नेहरु पर्वतारोहण संस्थान (निम) के 30 पर्वतरोहियों का दल फंस गया है. हालांकि, इस हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात कर सेना की मदद मांगी है, और फ़िलहाल बचाव कार्य के लिए NDRF, SDRF की टीम मौके पर तैनात है.
Spoke to CM Uttarakhand, Shri @PushkarDhami and took stock of the situation. Rescue operations are underway to help the mountaineers who are still trapped.
I have instructed the IAF to mount the rescue and relief ops. Praying for everyone’s safety and well-being. 2/2
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 4, 2022
बता दें पर्वतारोहण अभियान में 33 नए लोग और सात प्रशिक्षकों सहित 40 लोग शामिल थे. अब तक 3 प्रशिक्षु और 7 प्रशिक्षकों समेत कुल 10 लोगों को बचाया गया है. फ़िलहाल सेना ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है, राहत और बचाव कार्य के लिए वायुसेना ने अपने दो चीता हेलिकॉप्टर को लगाया गया है, वहीं, वायुसेना का कहना है कि हमने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है, और कुछ हेलिकॉप्टर को स्टैंड बाई के मोड पर रखा गया है.
https://twitter.com/rajnathsingh/status/1577203992207032320?s=20&t=PhshYV6331GWXUGTnVeBnA
बता दें, इस हादसे में दो पर्वतरोहियों के मौत की खबर सामने आ रही है, उनके मौत पर खुद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दुख जताया है. इस संबंध मेंरक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर लिखा, ‘उत्तरकाशी में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान द्वारा किए गए पर्वतारोहण अभियान में भूस्खलन के कारण जानमाल का जो नुकसान हुआ है उससे बेहद दुखी हूँ. अपने प्रियजनों को खोने वाले शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं.’ वहीं, अगले ट्वीट में रक्षामंत्री ने राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात कर ली है और राहत और बचाव कार्य के लिए वायुसेना को तैनात किया गया है.