नई दिल्ली, Election 2022 पांच राज्यों के चुनावी परिणाम आ चुके हैं. बीजेपी ने इन विधानसभा चुनावों में शानदार प्रदर्शन करते हुए 4 राज्यों में पूर्ण बहुमत से अपनी सरकार बनाई हैं. चारों राज्यों में बीजेपी की इस जीत के बाद पार्टी के कार्यकर्ताओं में ख़ुशी की लहर हैं और सभी अभी से होली के रंग में रंग गए हैं. यूपी की जीत को बीजेपी के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि बताया जा रहा, क्योंकि इसका सीधा असर आने वाले लोकसभा चुनाव में दिखेगा। इस बीच बीजेपी में वरिष्ठ नेताओं के बैठक का दौर शुरू हो गया. यूपी, गोवा और मणिपुर को लेकर सीएम उम्मीदवारो की तस्वीर साफ़ हो चुकी हैं, लेकिन उत्तराखंड को लेकर पार्टी में माथा पच्ची जारी हैं.
बीजेपी की चार राज्यों में स्थिति
उत्तरप्रदेश में बीजेपी को 255 सीटे मिली हैं. 403 विधानसभा सीटों में से प्रदेश में किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए 202 सीटे चाहिए होती है. नतीजों के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि प्रदेश में बीजेपी पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी और पार्टी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ होंगे।
मणिपुर में भी बीजेपी ने लगातार दूसरी बार प्रदेश में अपनी सरकार बनाई है. यहां पार्टी को पिछले बार की भांति इसबार ज़्यादा सीटे मिली है. साल 2017 में जहां बीजेपी को 21 सीटे मिली थी, तो वहीँ इस बार पार्टी को लोगों ने 32 सीटों के साथ विजयी बनाया हैं. प्रदेश में मौजूदा सीएम एन. बीरेन सिंह का प्रदर्शन अच्छा रहा है. ऐसे में पूरी उम्मीद है कि पार्टी उन्हें फिर से एक मौका दे सकती है.
गोवा में भी बीजेपी वापस सत्ता में आती हुई दिख रही है. यहां बीजेपी को 20 सीटे प्राप्त हुई हैं. प्रदेश में विधानसभा की कुल 40 सीटे हैं, जिसमें से किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए 21 सीटों की जरूरत होती होती हैं. बीजेपी अपनी 20 सीटों के साथ अन्य तीनो विधायकों के समर्थन की बात कर चुकी हैं. इससे यह साफ़ हो गया है कि प्रदेश में इस बार बीजेपी अपनी सरकार बनाएगी और पार्टी के मौजूद सीएम प्रमोद सावंत को दूसरा मौका मिल सकता हैं.
बीजेपी के लिए सबसे बड़ी मुश्किल उत्तराखंड में है. यहां पार्टी के सीएम उम्मीदवार पुष्कर सिंह धामी अपनी ही विधानसभा सीट खटीमा से हार गए हैं. ऐसे में नए सीएम को लेकर यहां मंथन शुरू हो गया है. राज्य स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक बीजेपी के नेता माथा-पच्ची कर रहे हैं.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता सतपाल महाराज
पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निंशक
अजय भट्ट
राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी
धन सिंह रावत
धामी के खटीमा से हारने के बाद चंपावत सीट से नवनिर्वाचित विधायक कैलाश गहतोरी और कपकोट से नवनिर्वाचित विधायक सुरेश गडिया ने अपनी सीट धामी के लिए छोड़ने की इच्छा जाहिर की हैं। हलांकि अब पार्टी इस पर क्या निर्णय लेती है यह देखने वाली बात होगी।
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