Uttar Pradesh: देश में किसान आंदोलन का चेहरा बने राकेश टिकैत( Rakesh Tikait) ने साफ किया है कि वह राजनीति से दूर ही रहेंगे। गौरतलब है कि टिकैत लगातार कहते रहे हैं कि उनका मकसद किसानों के हित के लिए आवाज उठाना है, राजनीति में शामिल होना नहीं। शामली में एक वार्ता के दौरान राकेश […]
देश में किसान आंदोलन का चेहरा बने राकेश टिकैत( Rakesh Tikait) ने साफ किया है कि वह राजनीति से दूर ही रहेंगे। गौरतलब है कि टिकैत लगातार कहते रहे हैं कि उनका मकसद किसानों के हित के लिए आवाज उठाना है, राजनीति में शामिल होना नहीं। शामली में एक वार्ता के दौरान राकेश टिकैत से सवाल किया गया कि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव उन्हें अपने झंडे तले विधानसभा चुनाव लड़ाने को तैयार हैं। इसका उत्तर देते हुए टिकैत बोले – अखिलेश जी का धन्यवाद, लेकिन मैं न तो विधानसभा चुनाव लड़ूगा न ही लोकसभा चुनाव।
हाल ही में मोदी सरकार ने लड़कियों की शादी की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 साल कर देने का निर्णय लिया है। राकेश टिकैत ने सरकार के फैसले को सराहते हुए कहा कि यह बिल्कुल सही फैसला है, अब बच्चियां अच्छी तरह से अपनी पढ़ाई पूरी कर सकती हैं।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने साफ किया कि उनके लिए किसान हित सर्वोपरि है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में बिजली के महंगे रेट वसूले जा रहे हैं। मिलों द्वारा गन्ने का भुगतान समय पर नहीं किया जा रहा। फसलों पर एमएसपी नहीं मिल रही। हम इन मुद्दों पर योगी सरकार का विरोध करेंगे। साथ ही हम सुनिश्चित करेंगे कि भारत सरकार से जिन मुद्दों पर हमारा समझौता हुआ है, उन्हें राज्य सरकार लागू करे। अब किसानों का उद्देशय चुनाव में भाजपा नेताओं का विरोध करना नहीं होगा बल्कि उनसे अपनी समस्याओं पर सवाल करने का होगा।