मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में इस वक्त असम सरकार के एक विज्ञापन को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी के नेताओं ने असम सरकार के विज्ञापन का विरोध जताया है। पूर्व कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे, सांसद सुप्रिया सुले समेत कई नेताओं ने इसे लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है। आइए […]
मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में इस वक्त असम सरकार के एक विज्ञापन को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी के नेताओं ने असम सरकार के विज्ञापन का विरोध जताया है। पूर्व कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे, सांसद सुप्रिया सुले समेत कई नेताओं ने इसे लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है।
आइए जानते हैं कि महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल लाने वाले असम सरकार के इस विज्ञापन में क्या है?
दरअसल, महाशिवरात्रि को लेकर असम की हिमंत सरकार द्वारा भक्तों और पर्यटकों को आमंत्रित करने के लिए विज्ञापन जारी किया गया है। इस विज्ञापन में कहा गया है कि कामरूप में दाकिनी पर्वत श्रृंखला पर मौजूद देश के छठवें ज्योतिर्लिंग पर आपका स्वागत है। साथ ही विज्ञापन में सभी 12 ज्योतिर्लिंगों के नाम दिए गए हैं।
बता दें कि महाराष्ट्र के पुणे जिले के भीमाशंकर मंदिर को बारह ज्योतिर्लिंगों में छठा ज्योतिर्लिंग माना जाता है, लेकिन असम सरकार के विज्ञापन में दावा किया गया है कि भीमाशंकर मंदिर डाकिनी पहाड़ी के कामरूप में स्थित है। इसी को लेकर विवाद छिड़ गया है।
असम सरकार के विज्ञापन को लेकर शिवसेना के नेता आदित्य ठाकरे ने भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि महाराष्ट्र से महत्वपूर्ण योजनाओं को छीने जाने के बाद अब हमारे मंदिरों को भी दूसरे राज्यों में ले जाया जा रहा है। आदित्य ने कहा कि हम हर राज्य के मंदिरों में जाते हैं। इन पूजा स्थलों में हम सभी का विश्वास है।
हम सभी ये जानते हैं कि बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र में स्थित है और हम इसका सम्मान करते हैं। हो सकता है कि असम में भी कोई ज्योतिर्लिंग हो और हम उसका भी सम्मान करते हैं। लेकिन महाराष्ट्र को भड़काने और पीछे धकेलने के प्रयास को स्वीकार नहीं किया जाएगा।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की नेता सुप्रिया सुले ने इस मामले में ट्वीट कर बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा है कि क्या बीजेपी नेताओं ने महाराष्ट्र के हिस्से में कुछ भी नहीं रखने का निर्णय लिया है? पहले महाराष्ट्र के उद्योग और रोजगार के हिस्से को चुरा लिया गया और अब वे हमारी सांस्कृतिक और आध्यत्मिक विरासत को चुराने का प्रयास कर रहे हैं।
ट्वीट में सुप्रिया सुले ने आगे महाराष्ट्र के पुणे जिले में स्थित भीमाशंकर मंदिर के इतिहास, के बारे में विस्तार से बताया है। साथ ही उन्होंने कहा है कि असम में भारतीय जनता पार्टी का शासन है और उन्होंने गुवाहाटी के पास स्थित शिवलिंग को छठवें ज्योतिर्लिंग के रूप में प्रचारित करना शुरू कर दिया है। बीजेपी सरकार का ये बहुत ही शरारती और असत्य प्रसार है।
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