नई दिल्ली: कल यानी गुरुवार से संसद के मानसून सत्र की शुरुआत हुई जहां आज मानसून सत्र का दूसरा दिन है. लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हो चुकी है. जहां कार्यवाही शुरू होने के साथ ही लोकसभा में मणिपुर मामले को लेकर विपक्ष का बवाल देखने को मिला. हालांकि विपक्ष के बवाल के बाद […]
नई दिल्ली: कल यानी गुरुवार से संसद के मानसून सत्र की शुरुआत हुई जहां आज मानसून सत्र का दूसरा दिन है. लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हो चुकी है. जहां कार्यवाही शुरू होने के साथ ही लोकसभा में मणिपुर मामले को लेकर विपक्ष का बवाल देखने को मिला. हालांकि विपक्ष के बवाल के बाद लोकसभा की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया है. दोपहर 12 बजे के लिए लोकसभा की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया है.
Lok Sabha adjourned till 12 noon, amid uproar in the House over Manipur issue, minutes after proceedings began on the second day of the #MonsoonSession pic.twitter.com/A82Njh3hav
— ANI (@ANI) July 21, 2023
गौरतलब है कि मणिपुर में जारी हिंसा के बीच महिलाओं के साथ हुई दरिंदगी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. ये वीडियो हिंसा शुरू होने के एक दिन बाद का बताया जा रहा है. पहले ही मणिपुर हिंसा के मुद्दे को लेकर विपक्ष केंद्र सरकार पर हावी है जिसे वायरल होने वाले इस वीडियो ने और हवा दे दी है. लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्ष साफ़ कर चुका था कि वह मणिपुर मुद्दे को संसद में उठाएगा. वहीं केंद्र सरकार ने भी साफ़ कर दिया है कि वह मणिपुर समेत किसी भी मुद्दे पर बहस के लिए तैयार है.
AAP MP Raghav Chadha on the ruckus in parliament over the Manipur issue says, "The violence in Manipur has shaken our collective conscience. I request the central govt to wake up from their slumber & discuss the Manipur issue…The entire country wants to know what is happening… pic.twitter.com/O6vkfW9anD
— ANI (@ANI) July 21, 2023
इस बीच आप सांसद राघव चड्ढा ने भी मणिपुर मुद्दे को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. आप सांसद ने कहा है, , “मणिपुर में हिंसा ने हमारी सामूहिक चेतना को झकझोर दिया है। मैं केंद्र सरकार से अनुरोध करता हूं कि वह अपनी नींद से जागें और मणिपुर मुद्दे पर चर्चा करें… पूरा देश जानना चाहता है कि मणिपुर में क्या हो रहा है, सरकार ने क्या किया है?… हम चाहते हैं कि मणिपुर में बदनाम सरकार को बर्खास्त किया जाए और राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए।”