उत्तर प्रदेश. राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत के लिए सभी पार्टियां दम भर रही हैं। बहुजन समाज पार्टी (BSP) भी जल्द ही मैदान मे अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान करेगी। लखनऊ में रविवार को अपने आवास पर एक प्रेसवार्ता के दौरान पार्टी प्रमुख मायावती ने विश्वास जताया है कि वह यूपी […]
उत्तर प्रदेश. राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत के लिए सभी पार्टियां दम भर रही हैं। बहुजन समाज पार्टी (BSP) भी जल्द ही मैदान मे अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान करेगी। लखनऊ में रविवार को अपने आवास पर एक प्रेसवार्ता के दौरान पार्टी प्रमुख मायावती ने विश्वास जताया है कि वह यूपी और पंजाब में सरकार बनाने जा रही हैं। उन्होंने कहा यूपी में उनकी पार्टी बिना किसी गठबंधन के 403 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। साथ ही इस बार उत्तराखंड में भी बसपा का प्रदर्शन होगा।
बीएसपी चीफ ने कहा कि उनकी पार्टी देश की सबसे अनुशासित पार्टी है और आगामी चुनाव मे भी बसपा के सभी प्रत्याशी, नेता और कार्यकर्ता चुनाव आयोग की आचार संहिता का पूरी तरह पालन करेंगे। मायावती ने बीजेपी पर सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का संदेह जताते हुए कहा कि सरकारी तंत्र में चुनाव आयोग का डर जरूरी है और मैं चुनाव आयोग से मांग करती हूं कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।
मायावती ने बीजेपी और समाजवादी पार्टी का नाम लिए बिना कहा कि 10 मार्च को राज्य में 400 सीटें जीतने वालों का सपना टूट जाएगा। उन्होंने कहा कि बहुत से दल साथ मिलकर महा गठबंधन बना रहे हैं लेकिन चुनाव के बाद उन्हें सच्चाई मालूम चलेगी। इस दौरान मायावती ने चुनावी सर्वे एजेंसियों की कार्यशैली पर भी सवाल उठाते हुए उनपर भेदभाव करने के आरोप लगाए।
मायावती ने चुनाव आयोग का ध्यान खींचते हुए कहा कि राज्य में हो रहे चुनाव को धार्मिक रंग दिया जा रहा है। आयोग को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में चुनावी फायदा लेने के पार्टीयां धर्म का अनुचित इस्तेमाल कर रही हैं। इसे रोका जाना चाहिए।