प्रयागराज: प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड ने पूरे उत्तर प्रदेश को दहला दिया है. इस मामले में जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है कुछ ना कुछ नया खुलासा हो गया है. जिस तरह से यह हत्याकांड हुआ वह किसी एक्शन फिल्म से कम नहीं था. कुछ सेकेंड खुलेआम हुई गोलीबार में हमलावरों ने उमेश पाल […]
प्रयागराज: प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड ने पूरे उत्तर प्रदेश को दहला दिया है. इस मामले में जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है कुछ ना कुछ नया खुलासा हो गया है. जिस तरह से यह हत्याकांड हुआ वह किसी एक्शन फिल्म से कम नहीं था. कुछ सेकेंड खुलेआम हुई गोलीबार में हमलावरों ने उमेश पाल और सुरक्षाकर्मियों को कुछ बदमाशों ने भून दिया. इस दोहरी हत्याकांड में अब कई चेहरे नज़र आने लगे हैं. आइए जानते हैं कौन से मुख्य किरदार इस समय पुलिस के जांच के घेरे में हैं जिनके आस-पास पूरा हत्याकांड घूम रहा है. अब प्रयागराज के उमेश पाल शूटआउट केस में बिरयानी कनेक्शन सामने आया है. जहां बाहुबली पूर्व सांसद अतीक का करीबी बताया जा रहा बिरयानी शॉप संचालक नफीस अहमद भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
जानकारी के अनुसार पूरे वारदात में जिस क्रेटा कार का इस्तेमाल हुआ था वह नफीस अहमद की थी, हालांकि नफीस ने इसे कुछ समय पहले ही बेच दिया था. जानकारी के अनुसार उसने इस गाड़ी को रुखसार नाम की एक महिला को बेचा था. नफीस का नाम सीएए (CAA) और एनआरसी (NRC) के आंदोलन से भी जुड़ा है. वह इस दौरान धरने पर बैठी महिलाओं को बिरयानी बांटकर भी सुर्खियों में आया था.
बताया जा रहा है कि शहर के जीटीबी नगर निवासी रुखसार नाम की महिला को क्रेटा कार बेची.बिना किसी नंबर वाली इस क्रेटा कार को अतीक अहमद के घर से बरामद किया गया था. पुलिस ने इंजन और चेचिस नंबर के आधार पर कार मालिकों का पता लगाया और इस आधार पर ही नफीस का नाम निकलकर सामने आया है.
गुजरात की साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी है. फूलपुर लोकसभा सीट से पूर्व सांसद और माफिया अतीक अहमद का जुर्म की दुनिया से पुराना नाता है. जरायम की दुनिया से निकलकर उसने सियासत में हाथ आजमाया था. दिवंगत बसपा विधायक राजू पाल की हत्या में अतीक अहमद मुख्य आरोपी था. दूसरी ओर राजू पाल की पत्नी पूजा पाल का चचेरा भाई उमेश पाल इस हत्याकांड का मुख्य गवाह था जिसके सनसनीखेज मर्डर से इस समय पूरे सूबे में हलचल है. बताया जा रहा है कि इससे पहले भी अतीक अहमद ने उमेश पाल का अपहरण किया था. वह कई बार उमेश पाल को अपना बयान बदलने के लिए मजबूर कर चुका है. उमेश पाल उसपर कई बार मुकदमा भी दर्ज़ करवा चुके थे.