लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र जारी है। इस बीच आज सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद ही नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह की हत्या का मामला विधानसभा में उठा दिया। उन्होंने कहा कि यूपी में इस वक्त कानून व्यवस्था ध्वस्त है। राज्य सरकार को इसका जवाब […]
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र जारी है। इस बीच आज सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद ही नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह की हत्या का मामला विधानसभा में उठा दिया। उन्होंने कहा कि यूपी में इस वक्त कानून व्यवस्था ध्वस्त है। राज्य सरकार को इसका जवाब देना चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव को जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा कि हमारी सरकार माफियाओं के खिलाफ है, हम उन्हें (अतीक अहमद) को मिट्टी में मिला देंगे। सीएम ने आगे कहा कि समाजवादी पार्टी ने ही अतीक अहमद को प्रश्रय दिया है। हमारी सरकार किसी भी माफिया को नहीं छोड़ेगी।
सीएम योगी ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि ये पेशेवर माफियाओं और अपराधियों के सरपरस्त हैं। इनके रग-रग में अपराध भरा हुआ है। इस बात को पूरा प्रदेश जानता है। उन्होंने कहा कि सपा ने उस माफिया को पहले विधायक और फिर बाद में सांसद बनाया। ये लोग चोरी और सीनाजोरी करने का काम कर रहे हैं।
बता दें कि, शुक्रवार को प्रयागराज में राजूपाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल और उसके गनर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बदमाशों ने हत्या की इस वारदात को सिर्फ 44 सेकेंड में ही अजांम दिया। पेश के लिए कोर्ट आए उमेश का बदमाश काफी वक्त से पीछा कर रहे थे और जैसे ही वह गाड़ी से उतरे बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी।
गौरतलब है कि, उमेश पाल साल 2005 में हुई बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह थे। राजू पाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी अतीक अहमद है, जो इस वक्त गुजरात की जेल में बंद है। पुलिस ने बताया की गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल उमेश को तुरंत स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
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