नई दिल्ली: स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के अपमान का मुद्दा अब कांग्रेस की डिनर पार्टी तक पहुंच गया है. जहां इस मुद्दे को लेकर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की डिनर पार्टी का बहिष्कार कर दिया. बता दें, संसद की सदस्यता जाने के बाद कांग्रेस के दिग्गज नेता […]
नई दिल्ली: स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के अपमान का मुद्दा अब कांग्रेस की डिनर पार्टी तक पहुंच गया है. जहां इस मुद्दे को लेकर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की डिनर पार्टी का बहिष्कार कर दिया. बता दें, संसद की सदस्यता जाने के बाद कांग्रेस के दिग्गज नेता राहुल गांधी ने शनिवार(25 मार्च) को एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया था. इस दौरान उन्होंने सावरकर को लेकर विवादित बयान दे दिया था. उनके इसी बयान से अब विपक्षी नेता उद्धव ठाकरे उनसे नाराज़ हैं.
दूसरी ओर कांग्रेस की ओर से केंद्र की भाजपा पर निशाना साधते हुए रविवार को एक दिवसीय संकल्प सत्याग्रह आयोजित किया था. जिसके बाद सभी विपक्षी नेता आज संसद में काले कपड़ों में पहुंचे थे और उन्होंने विरोध भी जताया था. इसी क्रम में तमाम विपक्षी दलों के सांसदों के लिए कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने दिल्ली में डिनर पार्टी का आयोजन किया था. लेकिन सावरकर वाले बयान को लेकर उद्धव ठाकरे इस पार्टी में शामिल नहीं हुए और उन्होंने इसका बहिष्कार किया. उद्धव ठाकरे शिवसेना के नेता सांसद संजय राउत ने पुष्टि की थी कि ठाकरे गुट से कोई भी नेता इस डिनर पार्टी में नहीं जाएगा. संजय राउत ने बताया कि पार्टी के सभी सांसद राहुल गांधी के सावरकर को लेकर दिए गए बयान पर शिवसेना उद्धव गुट की असहजता के चलते इस डिनर में शामिल नहीं होंगे.
उद्धव ठाकरे ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, मै राहुल गांधी को बताना चाहता हूं कि हम आपकी भारत जोड़ो यात्रा में साथ चले हैं, क्योंकि वह लोकतंत्र की रक्षा के लिए जरूरी था। अब मैं खुलकर उनसे (राहुल गांधी) से कहना चाहता हूं कि सावरकर हमारे लिए भगवान की तरह हैं और हम उनका अपमान बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राहुल गांधी को सावरकर पर बयान देने के लिए उकसाया जा रहा है। अगर हम इन्हीं सब चीजों में अपना वक्त बर्बाद करेंगे तो देश में लोकतंत्र का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि हम लोकतंत्र को बचाने के लिए साथ हैं, लेकिन वो ऐसे बयान न दें, जिससे गठबंधन में दरार पैदा हो।
दरअसल बीते दिनों जब राहुल से पूछा गया कि आपकी सदस्यता रद्द होने के विरोध में देशभर में प्रदर्शन हो रहे है। तो राहुल ने कहा कि मुझे समर्थन देने के लिए मैं सभी विपक्षी दलों को धन्यवाद देता हूं, हम सब मिलकर काम करेंगे। इसके अलावा ओबीसी समाज से माफी मांगने के सवाल पर गांधी ने कहा कि मैं सावरकर नहीं हूं जो माफी मांगूगा गांधी कभी माफी नहीं मांगते।
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