उदयपुर हत्याकांड : समझौता करवाने वाला ASI सस्पेंड, आरोपियों को पकड़ने वालों का प्रमोशन

उदयपुर : उदयपुर हत्याकांड में नया मोड़ देखने को मिल रहा है. जहां इस पूरे मामले को लेकर लगातार सरकार और प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लग रहे थे अब प्रशासन ने एक बड़ा कदम उठाया है. जानकारी के अनुसार आरोपियों से समझौता कराने वाले घानमंडी थाने के ASI भंवरलाल को अब सस्पेंड कर दिया […]

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उदयपुर हत्याकांड : समझौता करवाने वाला ASI सस्पेंड, आरोपियों को पकड़ने वालों का प्रमोशन

Riya Kumari

  • June 29, 2022 3:41 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

उदयपुर : उदयपुर हत्याकांड में नया मोड़ देखने को मिल रहा है. जहां इस पूरे मामले को लेकर लगातार सरकार और प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लग रहे थे अब प्रशासन ने एक बड़ा कदम उठाया है. जानकारी के अनुसार आरोपियों से समझौता कराने वाले घानमंडी थाने के ASI भंवरलाल को अब सस्पेंड कर दिया गया है. इतना ही नहीं सीएम गहलोत ने उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की हत्या के मामले में आरोपियों को त्वरित गिरफ्तार करने वाले पुलिसकर्मियों को तोहफा भी दिया है. इस बात की जानकारी खुद सीएम अशोक गहलोत ने दी है. साथ ही मृतक कन्हैयालाल के परिवार को अब सरकार ने रोजगार और मुआवज़े की भी घोषणा कर दी है.

10 दिन पहले मिली थी धमकी

प्रदेश सरकार अब मृतक कन्हैयालाल के परिजनों को 31 लाख रुपये का मुआवज़ा देगी. इसके अलावा परिवार के दो सदस्यों को संविदा पर नौकरी भी दी जाएगी. बता दें, मामले में पुलिस की बड़ी लापरवाही देखी गई थी. जहां हत्यारों ने लगभग 10 दिन पहले कन्हैयालाल को धमकी दी थी. उस समय ASI ने ही टेलर कन्हैयालाल का आरोपियों से समझौता करवा दिया था. बाद में जब हत्याकांड का वीडियो और हत्यारों द्वारा जारी वीडियो जिसमें वह बयान दे रहे हैं सामने आया तो इस बात का खुलासा हो पाया. इन वीडियोज़ में से एक वीडियो 10 दिन पहले 17 जून को बनाया गया है.

आतंक फैलाना चाहते थे आरोपी

मंगलवार को राजस्थान के उदयपुर में दर्ज़ी कन्हैयालाल की सनसनीखेज हत्या मामले में अब कई पहलू निकलकर सामने आ रहे हैं. जहां इस मामले को लेकर प्रशासन भी सख्त नज़र आ रहा है. इसी के साथ प्रदेश सीएम अशोक गहलोत ने इस घटना के अगले दिन उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की. उदयपुर की घटना को लेकर पूरे देश में सनसनी बनी हुई है. जहां पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रारम्भिक जांच में कुछ खुलासे हुए हैं. जांच में सामने आया कि घटना प्रथम दृष्टया आतंक फैलाने के उद्देश्य से की गई है. साथ ही पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों के दूसरे देशों में भी संपर्क थे.

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