नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के बाद से देश भर में सामान नागरिक संहिता को लेकर राजनीति तेज है जहां केंद्र सरकार भी जल्द ही UCC बिल संसद में पेश करने की तैयारी में है. जानकारी के अनुसार मोदी सरकार संसद के मॉनसून सत्र में यूनिफॉर्म सिविल कोड का बिल संसद में पेश […]
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के बाद से देश भर में सामान नागरिक संहिता को लेकर राजनीति तेज है जहां केंद्र सरकार भी जल्द ही UCC बिल संसद में पेश करने की तैयारी में है. जानकारी के अनुसार मोदी सरकार संसद के मॉनसून सत्र में यूनिफॉर्म सिविल कोड का बिल संसद में पेश कर सकती है.
मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि सरकार ने मॉनसून सत्र में सामान नागरिक संहिता बिल को संसद में पेश करने की तैयारियां पूरी कर ली हैं. इस बिल को संसदीय समिति को भी भेजा जा सकता है.
गौरतलब है कि सामान नागरिक संहिता का अर्थ सभी धर्मों के लिए एक ही कानून व्यवस्था से है. फिलहाल देश में कई धर्मों के पास उनका पर्सनल लॉ सिस्टम है जिसमें शादी, तलाक और संपत्तियों के लिए कानून दिए गए हैं. यदि UCC लागू हो जाता है तो सभी धर्मों में रहने वाले लोगों के लिए शादी-तलाक जैसे मामलों को लेकर एक ही कानून होगा। ऐसे में सभी धर्मों के लोगों के मामले सिविल नियमों से ही निपटाए जाएंगे. इसके तहत गोद लेने, उत्तराधिकार और संपत्ति का अधिकार से जुड़े कानूनों को भी शामिल किया गया है.
इस अध्यादेश के ख़िलाफ दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पूरे देश में घूम घूम कर विपक्षी पार्टियों से समर्थन की गुहार लगा रहे हैं. ऐसे में संसद के इस सत्र में अध्यादेश पर चर्चा तो होनी ही है साथ ही साथ कॉमन सिविल कोड को लेकर भी विपक्ष हंगामा कर सकता है. इस बार का संसद सत्र नए संसद भवन के नज़रिए से भी खास होने जा रहा है जिसे फिलहाल फिनिशिंग देने का काम चल रहा है. बता दें, 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन का उद्घाटन किया था जिस पर भी खूब बवाल हुआ था. हालांकि अब तक नए संसद भवन में मानसून सत्र आयोजित करने को लेकर कोई अधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.