नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के बाद तमिलनाडु के सीएम स्टालिन ने भी लोगों से ज्यादा बच्चे पैदा करने को कहा है। मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा कि अब समय आ चुका है कि नवविवाहित कपल्स 16 बच्चे पैदा करें। ऐसे में ये सवाल उठाए जा रहे कि क्या महिलाएं सिर्फ बच्चे पैदा […]
नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के बाद तमिलनाडु के सीएम स्टालिन ने भी लोगों से ज्यादा बच्चे पैदा करने को कहा है। मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा कि अब समय आ चुका है कि नवविवाहित कपल्स 16 बच्चे पैदा करें। ऐसे में ये सवाल उठाए जा रहे कि क्या महिलाएं सिर्फ बच्चे पैदा करने के लिए हैं। आज एक एक ऐसी मुस्लिम महिला के बारे में बात करेंगे जो 19 साल में 14 बार प्रेग्नेंट हुईं। बच्चा पैदा करने के दौरान ही उसकी जान चली गई।
हम बात कर रहे हैं शाहजहां की बेगम मुमताज के बारे में। मुमताज अपने 38 साल के जीवनकाल में 14 बार गर्भवती हुईं। 14 बच्चों में आठ बेटे और छह बेटियां थीं। इनमें से 7 बच्चों की मौत जन्म के कुछ समय बाद ही हो गई। खुद मुमताज 14वें बच्चे को जन्म देने के समय मर गई। ऐसा कहा जाता है कि शाहजहां का पुत्र औरंगजेब अपने पिता से इसलिए नफरत करता था क्योंकि उसे लगता था कि माँ की मौत ज्यादा बच्चे करने की वजह से हुई है। औरंगजेब अपने पिता से इतनी नफरत करता था कि इस वजह से वह एक नफरती और क्रूर शासक बना दिया।
कहा जाता है कि मुमताज अक्सर शाहजहां के साथ जंग वाले इलाकों में जाती थी। दक्कन में एक बार बगावत हुई और वहां भी गर्भवती मुमताज शाहजहां के साथ चली गई। वहां अचानक से उन्हें प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। लगभग 30 घंटे तक प्रसव पीड़ा के बाद अधिक खून बह जाने की वजह से मुमताज की मृत्यु हो गई। उस वक़्त शाहजहां अपनी बेगम के साथ नहीं थे। शाहजहां को अपनी के मरने का इतना शोक लगा कि दो साल तक वह एक कमरे में बंद हो गए। कहा जाता है कि जिस दिन मुमताज की मृत्यु हुई थी हफ्ते में हर उस दिन वो सफ़ेद वस्त्र पहनते थे।
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