बिजली संकट: नई दिल्ली। देश में इस वक्त भयंकर गर्मी से लोग बेहाल है. बिजली की भारी किल्लत की वजह से उन्हें दोहरी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है. कई राज्यों से लोड शेडिंग के कारण बिजली गुल होने की खबरें लगातार सामने आ रही है. बिजली घरों में कोयले के स्टॉक में कमी […]
नई दिल्ली। देश में इस वक्त भयंकर गर्मी से लोग बेहाल है. बिजली की भारी किल्लत की वजह से उन्हें दोहरी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है. कई राज्यों से लोड शेडिंग के कारण बिजली गुल होने की खबरें लगातार सामने आ रही है. बिजली घरों में कोयले के स्टॉक में कमी और बढ़ती गर्मी से की वजह से रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचती बिजली की डिंमाड इस हालात के कारण बने है।
देश में बिजली की स्थिति पर नजर रखने वाली संस्था संस्था पॉवर सिस्टम ऑपरेशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अनुसार इस समय बिजली की मांग रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गई है।
बिजली की मांग, रात 8 बजे- 188222 मेगावाट
बिजली की कमी, पीक ऑवर में- 10778 मेगावाट
बिजली की मांग सबसे ज्यादा- दोपहर 2.25 बजे
बिजली की सप्लाई, दोपहर 2.25 बजे- 204653 मेगावाट
बता दें कि देश में कुल बिजली का लगभग 70 प्रतिशत उत्पादन कोयले के जरिए होता है. इस वक्त घरेलू कोयले पर निर्भरता रखने वाले 86 प्लांट में कोयले की कमी है. आयातित कोयले पर निर्भर 15 प्लांटों में से 12 प्लांट में कोयले की कमी है. बताया जा रहा है कि फिलहाल देश के 165 प्लांट में सिर्फ 10 दिन की जरूरत पूरा करने का कोयला बचा है. कोयले की इसी किल्लत से देश के विभिन्न राज्यों में बिजली संकट बढ़ रहा है।
उत्तर प्रदेश
राजस्थान
पंजाब
हरियाणा
उत्तराखंड
झारखंड
बिहार
जम्मू कश्मीर
मध्य प्रदेश
छत्तीसगढ़
राजस्थान में 767 मेगावॉट
पंजाब में 700 मेगावॉट
केरल में 350 मेगावॉट
यूपी में 1332 मेगावॉट
हरियाणा में 1013 मेगावॉट
झारखंड में 175 मेगावॉट
उत्तर प्रदेश में सरकारी थर्मल प्लांट में 4 में से 3 में कोयले की कमी है
गौरतलब है कि बिजली की भारी किल्लत को लेकर विपक्षी दल सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कुछ दिनों पहले ही सोशल मीडिया में अपने पोस्ट में लिखा था कि मोदी सरकार नफरत का बुलडोजर चलाना बंद करें और देश में बिजली संयंत्र शुरू करें. आज बिजली संकट से पूरे देश में हाहाकार मचा है।
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