Advertisement

Ukraine Russia War: यूक्रेन में मारे गए छात्र नवीन का शव भारत पहुंचा, एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री बोम्मई ने दी श्रद्धांजलि

Ukraine Russia War: बेंगलुरू, यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध (Ukraine Russia War) में मारे गए कर्नाटक राज्य के छात्र नवीन शेखरप्पा का पार्थिव शरीर सोमवार को भारत पहुंच गया. राज्य के मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई ने बेंगलुरू एयरपोर्ट पहुंचकर पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दी. नवीन हावेरी जिले के रहने वाले थे, उनकी युद्धग्रस्त […]

Advertisement
Ukraine Russia War:  यूक्रेन में मारे गए छात्र नवीन का शव भारत पहुंचा, एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री बोम्मई ने दी श्रद्धांजलि
  • March 21, 2022 7:56 am Asia/KolkataIST, Updated 3 years ago

Ukraine Russia War:

बेंगलुरू, यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध (Ukraine Russia War) में मारे गए कर्नाटक राज्य के छात्र नवीन शेखरप्पा का पार्थिव शरीर सोमवार को भारत पहुंच गया. राज्य के मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई ने बेंगलुरू एयरपोर्ट पहुंचकर पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दी. नवीन हावेरी जिले के रहने वाले थे, उनकी युद्धग्रस्त यूक्रेन के शहर खारकीव में गोलीबारी के दौरान 1 मार्च को मौत हो गई थी.

केंद्र सरकार को दिया धन्यवाद

नवीन शेखरप्पा का पार्थिव शरीर सोमवार को सुबह 3 बजे बेंगलुरू एयरपोर्ट पहुंचा. जिसके बाद मुख्यमंत्री बोम्मई एयरपोर्ट पहुंचे और श्रद्धांजलि दी. मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि यूक्रेन में मारे गए भारतीय छात्र नवीन के पार्थिव शरीर को वापस लाने के किए गए प्रयास के लिए मैं केंद्र सरकार का धन्यवाद करता हूं, यह बेहद दुखद है कि गोलीबारी में हमने नवीन को खो दिया. बता दे कि नवीन के शव को एयरपोर्ट से सीधे उनके गांव हावेरी ले जाया जाएगा.

परिवार को 25 लाख और एक नौकरी

गौरतलब है कि नवीन की मौत के बारे में जानकारी मिलने के बाद कर्नाटक सरकार ने उनके परिवार को 25 लाख रूपए और एक सदस्य को नौकरी देने का वादा किया था. जिसके बाद मुख्यमंत्री बोम्मई ने नवीन के परिवारजनों से मुलाकात कर 25 लाख रुपये का चेक सौंपा था. मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी को भी धन्यवाद देते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री जी को बेहतर प्रयासों की ही वजह से नवीन का शव भारत आ रहा है.

परिवार ने किया देहदान का फैसला

नवीन शेखरप्पा यूक्रेन के खारकीव शहर में स्थित नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में MBBS की पढ़ाई कर रहे थे. यूक्रेन पर रूस के हमले (Ukraine Russia War) के बाद वो बंकर में छिप कर रह रहे थे. इसी बीच खाने की लाइन में खड़े रहने के दौरान वो एक दिन रूसी सेना की गोलीबारी का शिकार हो गए. बेटे की मौत की सूचना मिलने के बाद उनके पिता ने कहा था कि मेरा बेटे की कोशिश मेडिकल के क्षेत्र में कुछ करने की थी लेकिन वो नहीं हो सका. इसीलिए अब हम उसके शरीर को मेडिकल रिसर्च के लिए दान देना चाहते है ताकि उसके शरीर का इस्तेमाल पढ़ाई कर रहे दूसरे छात्र कर सके।

 

यह भी पढ़ें:

Yogi Adityanath Oath Ceremony: योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में बदलाव, ये है नई तारीख!

Advertisement