हैदराबाद: तेलंगाना विधानसभा चुनाव से पहले राज्य की सत्ताधारी पार्टी भारत राष्ट्र समिति को बड़ा झटका लगा है. बीआरएस के वरिष्ठ नेता और तीन बार के विधायक सितमयनामपल्ली हनुमंत राव और पूर्व विधायक वेमुला वीरेशम कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की मौजूदगी में कांग्रेस का […]
हैदराबाद: तेलंगाना विधानसभा चुनाव से पहले राज्य की सत्ताधारी पार्टी भारत राष्ट्र समिति को बड़ा झटका लगा है. बीआरएस के वरिष्ठ नेता और तीन बार के विधायक सितमयनामपल्ली हनुमंत राव और पूर्व विधायक वेमुला वीरेशम कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की मौजूदगी में कांग्रेस का हाथ थामा है.
विधायक हनुमंत राव के साथ ही उनका बेटा भी कांग्रेस में शामिल हो गया है. बता दें कि राव मल्काजगिरी विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक हैं. जबकि वीरेशम पूर्व विधानसभा सदस्य हैं. इन सभी नेताओं के दिल्ली में कांग्रेस में शामिल होने के दौरान तेलंगाना कांग्रेस कमेटी के प्रमुख ए रेवंत रेड्डी भी मौजूद रहे.
बता दें कि हनुमंत राव ने बीते 22 सितंबर की रात भारत राष्ट्र समिति से अपने इस्तीफे का ऐलान किया था. उन्होंने बीआरएस से अलग होने और फिर कांग्रेस पार्टी में शामिल होने का निर्णय ऐसे वक्त में लिया है जब करीब एक महीने पहले यानी 21 अगस्त को बीआरएस प्रमुख और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने मल्काजीगिरी विधानसभा सीट से उन्हें फिर से उम्मीदवार बनाने की घोषणा की थी. सीएम ने पार्टी के 115 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी की थी.
गौरतलब है कि इस साल के आखिरी में तेलंगाना में विधानसभा के चुनाव होने हैं. कांग्रेस पार्टी का लक्ष्य इस दक्षिण भारतीय राज्य में के चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली भारत राष्ट्र समिति की सत्ता को उखाड़ फेंकना है. इसी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कांग्रेस ने अपने चुनाव प्रचार अभियान में पूरी ताकत झोंक दी है. उसने विधानसभा चुनाव से पहले तेलंगाना की जनता के लिए छह गारंटियों की भी घोषणा की है.
तेलंगाना चुनाव के लिए कांग्रेस ने बनाई रणनीति, जल्द आ सकती है उम्मीदवारों की पहली लिस्ट