दिल्ली : Delhi. Strike Against Bank Privatization ,सरकारी बैकों के निजीकरण से नाराज बैककर्मी आज से 2 दिन के देशव्यापी हड़ताल पर हैं । देश भर में किसी भी बैंक में दो दिन गुरुवार-शुक्रवार हड़ताल के कारण कोई काम नहीं होगा, वहीं रविवार को अवकाश होने के कारण कामकाज नहीं होगा. इस तरह 3 दिन […]
Strike Against Bank Privatization ,सरकारी बैकों के निजीकरण से नाराज बैककर्मी आज से 2 दिन के देशव्यापी हड़ताल पर हैं । देश भर में किसी भी बैंक में दो दिन गुरुवार-शुक्रवार हड़ताल के कारण कोई काम नहीं होगा, वहीं रविवार को अवकाश होने के कारण कामकाज नहीं होगा. इस तरह 3 दिन तक पूरा काम ठप रहेगा। ये हड़ताल दो बैंकों के निजीकरण के प्रस्ताव के खिलाफ है.
देश भर के बैंकों का प्राइवेटाइजेशन ( निजीकरण ) प्रयास और कानून लाने के खिलाफ यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन ने देशव्यापी हड़ताल का भी ऐलान कर दिया है। बैंक 16 दिसंबर,17 दिसंबर , और 19 दिसंबर को बंद रहेंगे। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के तहत 9 यूनियन आती हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2021-22 का बजट पेश करते हुए 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंकों के निजीकरण की घोषणा की थी जिसको लेकर बैंककर्मी नाराज हैं. इससे पहले मोदी सरकार ने 2019 में आईडीबीआई बैंक में अपनी हिस्सेदारी एलआईसी को बेचकर आईडीबीआई बैंक का निजीकरण कर दिया था. तब भी विरोध की आवाज उठी थी. दरअसल इस सरकार पर आरोप है कि जो सरकारी संस्थाएं मुनाफा कमा रही हैं उन्हें भी निजी हाथों में बेचा जा रहा है और दो दिन की हड़ताल उसी विरोध को दर्शाने के लिए है.