नई दिल्ली। श्रीलंका में हालात लगातार बिगड़ रहे है। राजधानी कोलंबो पर अब प्रदर्शनकारियों का कब्जा है। राष्ट्रपति आवास पर जमकर तोड़फोड़ करने के बाद बीती देर रात प्रदर्शनकारियों ने श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के निजी आवास में भी घुसकर आग लगा दी। बता दें कि इससे पहले श्रीलंका के प्रधानमंत्री अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं। लेकिन अभी भी प्रदर्शनकारियों का गुस्सा शांत नहीं हो रहा है।
आर्थिक संकट से जूझ रही जनता के भारी विरोध-प्रदर्शन के बीच शनिवार को पीएम रानिल विक्रमसिंघे ने स्पीकर की घर पर बैठक बुलाई। इस बैठक में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री दोनों का इस्तीफ़ा माँगा गया था। इसके बाद प्रधानमंत्री ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया।
स्पीकर के घर हुई बैठक में राष्ट्रपति राजपक्षे समेत देश के मौजूदा प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे का भी इस्तीफ़ा माँगा गया। जहां पहले तो विक्रमसिंघे ने अपना पद छोड़ने से इनकार कर दिया था, लेकिन बाद में उन्होंने इस फैसले पर अपनी सहमति जता दी थी। अब देश में मौजूदा प्रशासन स्पीकर महिंदा यापा अभयवर्धने द्वारा कार्यकारी राष्ट्रपति के तौर पर संभाला जा रहा है। उन्हें अगले 30 दिनों के लिए अस्थाई राष्ट्रपति के तौर पर नियुक्त किया गया है। सांसद हर्षा डी सिल्वा ने इस बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी ट्वीट कर दी है। अगले कुछ समय के लिए देश में अंतरिम सर्वदलीय सरकार की गई है। जानकारी के अनुसार अगले कुछ समय में देश में चुनाव करवाएं जाएंगे।
बता दें कि पीएम रानिल विक्रमासिंघे के बाद अब राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे भी अपना इस्तीफ़ा देने जा रहे हैं। शनिवार को मचे बवाल के बाद राष्ट्रपति ने इस बात की घोषणा की है। राजपक्षे अब इस्तीफा देने को तैयार हो गए है। श्रीलंका न्यूजवायर ने स्पीकर महिंदा यापा अभयवर्धने के हवाले से बताया है कि मौजूदा राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे 13 जुलाई यानी बुधवार को अपना राष्ट्रपति पद छोड़ देंगे। मालूम हो कि पिछले कई महीनों से प्रदर्शनकारी राजपक्षे के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। शनिवार के दिन राजपक्षे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों का उग्र रूप भी देखने को मिला। जहां प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया. इस दौरान राजपक्षे अपना सरकारी आवास छोड़कर भागने में सफल रहे।
प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति आवास में जमकर तोड़फोड़ की है। दोपहर में ही उन्होंने राष्ट्रपति आवास को चारो तरफ से घेर लिया था। जिसके बाद राष्ट्रपति गोटबाया को जान बचाकर भागना पड़ा। मीडिय रिपोर्ट्स के मुताबिक हजारों सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति को सत्ता से हटाने के लिए शुक्रवार को कोलंबो में प्रवेश किया था।
गौरतलब है कि इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे पूरी परिवार के साथ भाग गए थे। प्रदर्शनकारियों की उग्र भीड़ ने कोलंबो में राजपक्षे के सरकारी आवास को घेर लिया था। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास को आग के हवाले भी कर दिया था।
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