नई दिल्ली, द्विपीय देश श्रीलंका में शनिवार का दिन काफी उठापटक वाला रहा. जहां प्रशासन से नाराज़ प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने आज यानी शनिवार की दोपहर राष्ट्रपति भवन पर धावा बोल दिया. इस बीच कई प्रदर्शनकारियों के बीच से राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को निकलकर भागना पड़ा. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि मौजूदा राष्ट्रपति राजपक्षे […]
नई दिल्ली, द्विपीय देश श्रीलंका में शनिवार का दिन काफी उठापटक वाला रहा. जहां प्रशासन से नाराज़ प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने आज यानी शनिवार की दोपहर राष्ट्रपति भवन पर धावा बोल दिया. इस बीच कई प्रदर्शनकारियों के बीच से राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को निकलकर भागना पड़ा. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि मौजूदा राष्ट्रपति राजपक्षे अपने पद से इस्तीफ़ा दें. लेकिन इसे लेकर प्रधानमंत्री ने इनकार कर दिया है. ख़बरों की मानें तो मौजूदा प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे ने अपना इस्तीफ़ा देने से इनकार कर दिया है लेकिन उन्हें उनके पद से जबरन हटाया जा सकता है.
श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने इस स्थिति को देखते हुए आपात बैठक बुलाई थी. यह बैठक श्रीलंका के स्पीकर महिंदा यापा अभयवर्धने के घर पर बुलाई गई थी. जानकारी के अनुसार अब इस बैठक में श्रीलंका के मौजूदा राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से इस्तीफा देने के लिए कहा गया जिसमें प्रधानमंत्री ने अपना इस्तीफ़ा देने से साफ़ इनकार कर दिया. साथ ही देश में शासन चलाने की जिम्मेदारी मौजूदा स्पीकर को दी गई है.
स्पीकर महिंदा कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में अपनी भूमिका निभाएंगे. इस बैठक में पीएम की मौजूदगी में यह फैसला लिया गया है. ख़बरों की मानें तो अब श्रीलंका में सर्वदलीय सरकार बनेगी. बात दें, श्रीलंका पोदुजाना पेरामुना (एसएलपीपी) के 16 सांसदों ने पत्र लिखकर राष्ट्रपति गोटबाया से तत्काल इस्तीफा देने का अनुरोध किया था.
श्रीलंका में आज केंद्र सरकार की नीतियों से नाराज लोग देशभर में विरोध-प्रदर्शन कर रहे है। इस बीच खबर सामने आ रही है कि कोलंबो में स्थित राष्ट्रपति आवास पर प्रदर्शनकारियों ने हमला कर दिया है। राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे अपनी जान बचाकर आवास छोड़कर भाग गए हैं। इस बीच स्कूली छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ये कदम उठाया गया है.
जानकारी के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति आवास में जमकर तोड़फोड़ की है। दोपहर में ही उन्होंने राष्ट्रपति आवास को चारो तरफ से घेर लिया था। जिसके बाद राष्ट्रपति गोटबाया को जान बचाकर भागना पड़ा। मीडिय रिपोर्ट्स के मुताबिक हजारों सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति को सत्ता से हटाने के लिए शुक्रवार को कोलंबो में प्रवेश किया था।
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