नई दिल्ली: दिल्ली आबकारी मामले में सिसोदिया को एक बार फिर रिमांड में भेज दिया गया है. दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट ने अब कथित शराब घोटाला मामले में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को रिमांड पर भेजा है. अब सिसोदिया को 17 मार्च तक ED की रिमांड पर भेजा जा रहा है. Delhi's […]
नई दिल्ली: दिल्ली आबकारी मामले में सिसोदिया को एक बार फिर रिमांड में भेज दिया गया है. दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट ने अब कथित शराब घोटाला मामले में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को रिमांड पर भेजा है. अब सिसोदिया को 17 मार्च तक ED की रिमांड पर भेजा जा रहा है.
Delhi's Rouse Avenue Court sends AAP leader and former Delhi Deputy Chief Minister Manish Sisodia to ED remand till March 17 in excise policy case. pic.twitter.com/Kh70KfYPc8
— ANI (@ANI) March 10, 2023
बता दें, गिरफ्तारी के बाद ED ने सिसोदिया की 10 दिन की रिमांड मांगी थी जिसे घटाकर सात कर दिया गया है और कोर्ट द्वारा मंजूर कर दिया गया है.
26 फरवरी को मनीष सिसोदिया को CBI ने आठ घंटे की लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था. गौरतलब है कि सात दिन तक CBI की हिरासत में रहने के बाद राउज एवेन्यू कोर्ट ने उन्हें 20 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. सात दिन की हिरासत के बाद तिहाड़ जेल में ED ने सिसोदिया से पूछताछ की थी. ईडी ने 8 घंटे की पूछताछ के बाद गुरुवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. इसी गिरफ्तारी को लेकर आज (10 मार्च) दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में सिसोदिया की जमानत याचिका पर सुनवाई हुई थी. इसी कड़ी में ED ने सिसोदिया की 10 दिन की रिमांड मांगी है. अब कोर्ट इस मामले में 21 मार्च को सुनवाई करेगा.
सिसोदिया ने अपनी याचिका में कहा कि उन्होंने जाँच के दौरान केंद्रीय एजेंसी को पूरा साथ दिया। सिसोदिया ने कहा कि चूँकि सभी बरामदगी पहले ही हो चुकी हैं, इसलिए उन्हें हिरासत में रखने का कोई मतलब नहीं है और इस मामले में पकड़े गए बाकि आरोपियों पहले ही जमानत पर रिहा हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने एक महत्वपूर्ण पद को संभाला है और साथ ही दावा किया कि समाज में उनकी गहरी जड़ें हैं।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी इसी मामले में गुरुवार को सिसोदिया को गिरफ्तार किया था। 100 करोड़ रुपये की कथित रिश्वत के संबंध में उनकी जमानत सुनवाई की पूर्व संध्या पर डीई द्वारा उनसे पूछताछ की गई थी, जिसे आप पार्टी के नेताओं ने साउथ ग्रुप के हवाला चैनल के माध्यम से प्राप्त किया था। अरुण पिल्लई और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.के. चंद्रशेखर राव की बेटी के. उन्होंने कविता के बारे में पूछताछ की गई।