नई दिल्ली: गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 हजार करोड़ रुपये देशभर के साढ़े आठ करोड़ किसानों के खातों मेंट्रांसफर कर दिए हैं. गहलोत के प्रोटोकॉल विवाद के बीच प्रधानमंत्री ने सीकर से अपना संबोधन दिया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, गहलोत इस कार्यक्रम में आने वाले थे लेकिन वह पिछले कुछ दिनों […]
नई दिल्ली: गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 हजार करोड़ रुपये देशभर के साढ़े आठ करोड़ किसानों के खातों मेंट्रांसफर कर दिए हैं. गहलोत के प्रोटोकॉल विवाद के बीच प्रधानमंत्री ने सीकर से अपना संबोधन दिया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, गहलोत इस कार्यक्रम में आने वाले थे लेकिन वह पिछले कुछ दिनों से बीमार हैं और उनके पैरों में तकलीफ है. इसलिए वह इस कार्यक्रम में नहीं आ पाए. उनके उत्तम स्वास्थ्य के लिए मैं प्रार्थना करता हूं और नई सौगात के लिए राजस्थान को शुभकामनाएं देता हूं.
#WATCH | Rajasthan: Prime Minister Narendra Modi says, "CM Ashok Gehlot has been ill for some time now & has injured his leg. He was supposed to attend the program today, but could not due to his health conditions. I pray for his good health…" pic.twitter.com/T46ke7wNmb
— ANI (@ANI) July 27, 2023
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि देश के लिए वीरों की भूमि शेखावटी से अनेक विकास परियोजनाओं को शुरू करने का अवसर मुख्य मिला ये मेरा सौभाग्य है. देश के करोड़ों किसानों को आज मैं यहां से पीएम-किसान सम्मान निधि के तहत करीब 18 हजार करोड़ रुपये भेज रहा हूं. आज पूरे देश में सवाल लाख प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्रों की शुरुआत की गई है. आज हमारे किसानों के लिए 1.5 हजार से अधिक APO के लिए ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स का लोकार्पण किया गया और आज ही एक नया यूरिया गोल्ड भी शुरू किया गया है.
संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने आगे कहा, अब तक देश के किसानों के खातों में इस 14वीं क़िस्त को जोड़कर 2.60 हजार करोड़ रुपए भेजे जा चुके हैं. इन पैसों से छोटे-छोटे खर्च निपटाने के लिए किसानों को मदद मिलेगी जहां हमारी सरकार ने किसानों के पैसे बचाने के काम किया है. यूरिया की कीमतें भी इसका रूस यूक्रेन का युद्ध उदाहरण हैं. कोरोना महामारी के बाद से शुरू हुआ जिस वजह से फर्टिलाइजर्स के क्षेत्र में तूफान मच गया. हम इसका असर किसानों पर नहीं पड़ने देंगे.
पीसम मोदी ने आगे कहा, जो यूरिया की बोरी हम भारत में किसानों को देते हैं वो 266 प्रति बोरी देते हैं. लेकिन उतना ही यूरिया हमारा पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान 800 रूपये में देता है. किसानों को ये बोरी बांग्लादेश में 720 रुपये में और चीन में 2100 रुपये में मिलती है. यूरिया के इस बोरे के लिए अमेरिका में 3000 रुपए से अधिक देने पड़ते हैं. यूरिया की कीमतों के कारण हमारी सरकार किसानों को परेशान नहीं होने देना चाहती इसकी सच्चाई देश के किसान देख रहे हैं.