सीकर: पैर में चोट की वजह से नहीं आ पाए गहलोत जी.. .प्रोटोकॉल विवाद के बीच PM मोदी का बयान

नई दिल्ली: गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 हजार करोड़ रुपये देशभर के साढ़े आठ करोड़ किसानों के खातों मेंट्रांसफर कर दिए हैं. गहलोत के प्रोटोकॉल विवाद के बीच प्रधानमंत्री ने सीकर से अपना संबोधन दिया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, गहलोत इस कार्यक्रम में आने वाले थे लेकिन वह पिछले कुछ दिनों […]

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सीकर: पैर में चोट की वजह से नहीं आ पाए गहलोत जी.. .प्रोटोकॉल विवाद के बीच PM मोदी का बयान

Riya Kumari

  • July 27, 2023 1:38 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

नई दिल्ली: गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 हजार करोड़ रुपये देशभर के साढ़े आठ करोड़ किसानों के खातों मेंट्रांसफर कर दिए हैं. गहलोत के प्रोटोकॉल विवाद के बीच प्रधानमंत्री ने सीकर से अपना संबोधन दिया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, गहलोत इस कार्यक्रम में आने वाले थे लेकिन वह पिछले कुछ दिनों से बीमार हैं और उनके पैरों में तकलीफ है. इसलिए वह इस कार्यक्रम में नहीं आ पाए. उनके उत्तम स्वास्थ्य के लिए मैं प्रार्थना करता हूं और नई सौगात के लिए राजस्थान को शुभकामनाएं देता हूं.

यूरिया गोल्ड शुरू किया

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि देश के लिए वीरों की भूमि शेखावटी से अनेक विकास परियोजनाओं को शुरू करने का अवसर मुख्य मिला ये मेरा सौभाग्य है. देश के करोड़ों किसानों को आज मैं यहां से पीएम-किसान सम्मान निधि के तहत करीब 18 हजार करोड़ रुपये भेज रहा हूं. आज पूरे देश में सवाल लाख प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्रों की शुरुआत की गई है. आज हमारे किसानों के लिए 1.5 हजार से अधिक APO के लिए ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स का लोकार्पण किया गया और आज ही एक नया यूरिया गोल्ड भी शुरू किया गया है.

अब तक भेजे 2.60 हजार करोड़ रुपए

संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने आगे कहा, अब तक देश के किसानों के खातों में इस 14वीं क़िस्त को जोड़कर 2.60 हजार करोड़ रुपए भेजे जा चुके हैं. इन पैसों से छोटे-छोटे खर्च निपटाने के लिए किसानों को मदद मिलेगी जहां हमारी सरकार ने किसानों के पैसे बचाने के काम किया है. यूरिया की कीमतें भी इसका रूस यूक्रेन का युद्ध उदाहरण हैं. कोरोना महामारी के बाद से शुरू हुआ जिस वजह से फर्टिलाइजर्स के क्षेत्र में तूफान मच गया. हम इसका असर किसानों पर नहीं पड़ने देंगे.

सच्चाई देख रहे हैं किसान- पीएम

पीसम मोदी ने आगे कहा, जो यूरिया की बोरी हम भारत में किसानों को देते हैं वो 266 प्रति बोरी देते हैं. लेकिन उतना ही यूरिया हमारा पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान 800 रूपये में देता है. किसानों को ये बोरी बांग्लादेश में 720 रुपये में और चीन में 2100 रुपये में मिलती है. यूरिया के इस बोरे के लिए अमेरिका में 3000 रुपए से अधिक देने पड़ते हैं. यूरिया की कीमतों के कारण हमारी सरकार किसानों को परेशान नहीं होने देना चाहती इसकी सच्चाई देश के किसान देख रहे हैं.

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