महाराष्ट्र : Maharashtra Sanjay Raut , Uttar Pradesh Election उत्तर प्रदेश चुनाव में सरगर्मियां इतनी बाद गई हैं कि बीजेपी के खिलाफ अब शिव सेना ने भी मोर्चा खोल दिया है। उत्तर प्रदेश चुनाव में जिस तरह से पीएम मोदी PM Modi बार बार चुनावी दौरा कर रहे हैं उस पर शिवसेना से सांसद संजय […]
Sanjay Raut , Uttar Pradesh Election उत्तर प्रदेश चुनाव में सरगर्मियां इतनी बाद गई हैं कि बीजेपी के खिलाफ अब शिव सेना ने भी मोर्चा खोल दिया है। उत्तर प्रदेश चुनाव में जिस तरह से पीएम मोदी PM Modi बार बार चुनावी दौरा कर रहे हैं उस पर शिवसेना से सांसद संजय राउत Sanjay Raut ने तंज कसते हुए कहा कि ” अब अयोध्या भूल गए,
ये सब क्योंकि इनके पास कुछ था नहीं इसलिए अब मथुरा का मंदिर याद आ गया” राउत यही नहीं रुके आगे कहते हैं कि मंदिर का निर्माण क्या किसी व्यक्ति से ज्यादा है ऐसा इसलिए क्योंकि मंदिर निर्माण की बात करने वाले तब कहां थेजब किसान आंदोलन में 700 लोगों ने अपनी जान की कुर्बानी दी। ओर 13 लोगों को कुचल कर लखीमपुर खीरी में मार दिया गया सिर्फ इसलिए कि वो मौजूदा केंद्र सरकार से सवाल कर रहे थे.
एक कातिल और गुनहगारों को अपने मंत्रिमंडल में रखकर कौन सा मंदिर बनाया जाएगा.? गृहमंत्री अमित शाह ने पुणे में भाषण देते हुए कहा था, कि शिवसेना अब हिंदुत्व में नही है उसने हिंदुत्व छोड़ दिया है.
वही राउत ने कहा कि अब समाज में हिंदुत्व के कौन से आदर्शों का पालन किया जा रहा है.? उन्होंने लंका युद्ध का ज़िक्र करते हुए कहा कि “लंका को जीत कर सीता जी की प्रतिष्ठा की रक्षा करने वाले राम तो कहीं नजर आ रहे हैं आखिर क्या हुआ.?
यही नहीं उन्होंने आगे कहा भरी सभा में द्रौपदी की इज्जत बचाने वाले भगवान श्री कृष्ण भी यहां कही भी दिखाई नहीं दे रहे हैं.
जब-जब मैं चुने गए जनता के जनप्रतिनिधियों की हरकतें देखता हूं तब-तब मुझे ऐसा लगता है जैसे मेरे कुत्ते की अधिक तारीफ होनी चाहिए-लामरटीन के लिखे हुए इस शब्दों पर शिव सेना प्रमुख बाला साहब कहते थे कि ये पंक्तियां गलत लिखी गई है. इन पंक्तियों से कुत्तों को अपमान हो रहा है इंसानों से ज्यादा वफादार तो कुत्ते होते हैं.
सामना के लेख आगे लिखते हुए उन्होंने आगे कहा कि,’विरोधियों के साथ मोजूदा दौर में जानवरों ( कुत्तों ) जैसा व्यवहार किया जा रहा है. लेकिन हमेशा दिल्ली का अपना एक इतिहास रहा है कि, (Every dog has his days) हर कुत्तों के दिन आते हैं…जिस पर भाजपा के एक मंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि “Dog” को ही लेकर बैठे हो अभी तक. ज़रा इन शब्दों को उल्टा करके पढ़ो तो समझोगे- Every God has also his days…. और यही सच है जिसे बदला नही जा सकता।
शिवसेना से सांसद संजय राउत ने आज सामना के अपने लेख में नाप तोल कर मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोल दिया है. उन्होंने हर मुद्दों पर केंद्र में बैठी सरकार की आलोचना की।
उन्होंने लिखा है कि “संसद से विधानसभा तक हर जगह कुत्ते-बंदरों जैसा खेल शुरू दिया है.
अगर दिल्ली की राजनीति में खुद को ईश्वर समझने वाले नेता अकड़ कर घुम रहे हैं जो जब मन आता विपक्षी नेताओं को जब चाहे अपमानित कर देते है. क्योंकि अब देश में Free and Fair जैसा कुछ बचा ही नहीं, याद ना हो तो जया बच्चन ने राज्य सभा में खड़े हो कर जो सरकारी पक्ष को अपना श्राप दिया उसे याद कर लें किंकिस कदर विपक्ष आहत है।
जब-जब मैं चुने गए जनता के जनप्रतिनिधियों की हरकतें देखता हूं तब-तब मुझे ऐसा लगता है जैसे मेरे कुत्ते की अधिक तारीफ होनी चाहिए-लामरटीन के लिखे हुए इस शब्दों पर शिव सेना प्रमुख बाला साहब कहते थे कि ये पंक्तियां गलत लिखी गई है. इन पंक्तियों से कुत्तों को अपमान हो रहा है इंसानों से ज्यादा वफादार तो कुत्ते होते हैं.
सामना के लेख आगे लिखते हुए उन्होंने आगे कहा कि,’विरोधियों के साथ मोजूदा दौर में जानवरों ( कुत्तों ) जैसा व्यवहार किया जा रहा है. लेकिन हमेशा दिल्ली का अपना एक इतिहास रहा है कि, (Every dog has his days) हर कुत्तों के दिन आते हैं…जिस पर भाजपा के एक मंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि “Dog” को ही लेकर बैठे हो अभी तक. ज़रा इन शब्दों को उल्टा करके पढ़ो तो समझोगे- Every God has also his days…. और यही सच है जिसे बदला नही जा सकता।
शिवसेना से सांसद संजय राउत ने आज सामना के अपने लेख में नाप तोल कर मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोल दिया है. उन्होंने हर मुद्दों पर केंद्र में बैठी सरकार की आलोचना की।
उन्होंने लिखा है कि “संसद से विधानसभा में हर जगह कुत्ते-बंदरों जैसा खेल शुरू दिया है. अगर दिल्ली की राजनीति में खुद को ईश्वर समझने वाले नेता अकड़ कर घुम रहे हैं
जो जब मन आता विपक्षी नेताओं को जब चाहे अपमानित कर देते है.क्योंकि अब देश में Free and Fair जैसा कुछ बचा ही नहीं, याद ना हो तो जया बच्चन ने राज्य सभा में खड़े हो कर जो सरकारी पक्ष को अपना श्राप दिया उसे याद कर लें किंकिस कदर विपक्ष आहत है।