अलवर: हरियाणा के मेवात से शुरू हुई हिंसा धीरे-धीरे पूरे राज्य में फैल गई है. इस हिंसा की आग अलवर जिले में भी दिखाई दी जहां मंगलवार को कई जगह आगजनी और लूटपाट की घटना देखने को मिली। इसी बवाल के मद्देनज़र जिले में 10 अगस्त तक के लिए धारा 144 लागू कर दी गई […]
अलवर: हरियाणा के मेवात से शुरू हुई हिंसा धीरे-धीरे पूरे राज्य में फैल गई है. इस हिंसा की आग अलवर जिले में भी दिखाई दी जहां मंगलवार को कई जगह आगजनी और लूटपाट की घटना देखने को मिली। इसी बवाल के मद्देनज़र जिले में 10 अगस्त तक के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है. बता दें हिंसा प्रभावित इलाकों में पहले ही इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं जिसके बाद जिले में 10 अगस्त तक धारा 144 लागू कर दी गई है.
दरअसल हरियाणा के नूंह में सोमवार को विश्व हिंदू परिषद की ब्रज मंडल यात्रा पर पथराव किया गया था. इससे हिंसा भड़क गई और दो गुटों में पत्थरबाजी के साथ फायरिंग हुई. इस दौरान दो होमगार्ड समेत पांच लोगों की जान जा चुकी है वहीं 50 से अधिक पुलिस अधिकारी, कर्मचारी घायल हैं. मेवात के नूंह से इस हिंसा की शुरुआत हुई जो गुड़गांव तक पहुंच गई है. एहतियातन रेवाड़ी, पलवल, फरीदाबाद समेत पांच जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है और इंटरनेट सेवाओं को भी बंद कर दिया गया है. मंगलवार को सभी शिक्षण संस्थान और कोचिंग सेंटर को भी तत्काल प्रभाव से बंद करने के निर्देश दिए गए हैं.
बताया जा रहा है कि मौके पर बजरंग दल के कार्यकर्ता भी मौजूद थे. वहीं इस हिंसा में नासिर-जुनैद हत्याकांड में वांटेड मोनू मानेसर का नाम सामने आया है. मोनू ने पहले ही अपना एक वीडियो शेयर किया था जिसमें उसने बताया था कि वह मेवात आएगा. वीडियो सामने आने के बाद गाँववालों ने भी मोनू के खिलाफ प्रदर्शन किया था. ऐसे में ये साफ़ था कि आज मेवात का माहौल बिगड़ सकता है लेकिन फिर भी पुलिस की सुस्त कार्रवाई देखी गई. इस दौरान पथराव के अलावा कई गाड़ियों को आग के हवाले भी कर दिया गया है. मेवात में हुई हिँसा के बीच एक ऐसा वीडियो भी सामने आया है जिसमें एक गाड़ी में तलवारें रखी दिख रही हैं.
क्षेत्र का माहौल पहले से ही गर्माया हुआ था जिसके बाद शोभा यात्रा पर मोनू मानेसर और उसके साथियों ने कथित तौर पर दखल दी है. इसी क्रम में सोमवार को नूंह शहर के समीप गुरुग्राम – अलवर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जमकर बवाल हुआ है. बताया जा रहा है कि बवाल के दौरान गोलीबारी से लेकर आगजनी की भी घटनाए हुई हैं. हंगामे के बीच कई सरकारी वाहनों के साथ भी तोड़फोड़ की गई है और कई निजी वाहनों को भी उन्मादी भीड़ ने निशाना बनाया है.