Russia Ukraine war: नई दिल्ली, रूस और यूक्रेन के बीच लगातार तीसरे दिन भी युद्ध (Russia Ukraine war) जारी रहा. इस जंग में यूक्रेन अकेला पड़ गया है. संकट में घिर यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने पीएम मोदी को फोन किया और मदद की गुहार लगाई. अभी तक भारत इस मामले में न्यूट्रल है और […]
नई दिल्ली, रूस और यूक्रेन के बीच लगातार तीसरे दिन भी युद्ध (Russia Ukraine war) जारी रहा. इस जंग में यूक्रेन अकेला पड़ गया है. संकट में घिर यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने पीएम मोदी को फोन किया और मदद की गुहार लगाई. अभी तक भारत इस मामले में न्यूट्रल है और बातचीत से समस्या के हल पर जोर दे रहा है लेकिन सुरक्षा परिषद में रूस के खिलाफ लाये गये वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया था.
Spoke with 🇮🇳 Prime Minister @narendramodi. Informed of the course of 🇺🇦 repulsing 🇷🇺 aggression. More than 100,000 invaders are on our land. They insidiously fire on residential buildings. Urged 🇮🇳 to give us political support in🇺🇳 Security Council. Stop the aggressor together!
— Volodymyr Zelenskyy / Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) February 26, 2022
युद्ध की स्थिति के बीच जेलेंस्की ने भारत से मदद की अपील की है, उन्होंने बताया कि इस समय उनके देश में एक लाख से ज्यादा रूसी सैनिकों ने घुसपैठ कर रखा है. उन्होंने बातचीत के दौरान पीएम मोदी से राजनीतिक समर्थन की अपील की, साथ ही उन्होंने कहा कि वे सुरक्षा परिषम में भारत से अपने पक्ष में राजनीतिक समर्थन चाहते हैं.
इस युद्ध की घड़ी में यूक्रेन के राष्ट्रपति की पीएम मोदी से की गई ये बातचीत काफी अहम है क्योंकि हाल ही में यूक्रेन ने भारत के रुख पर चिंता जाहिर की थी. दरअसल, भारत ने यूक्रेन पर हुए रूसी हमले पर एक न्यूट्रल स्टैंड लिया है लेकिन यूक्रेन मदद की आस लगाए बैठा है. ऐसे में अब जब फोन पर दोनों बड़े नेताओं की बात हुई है तो फिर यूक्रेन ने समर्थन देने पर जोर दिया. राष्ट्रपति जेलेंस्की के लिए ये ज्यादा जरूरी है कि यूएन काउंसिल में भारत उसका समर्थन करे लेकिन इस पूरे विवाद पर भारत ने अभी तक किसी का भी पक्ष नहीं लिया है, उसका रुख न्यूट्रल है और वो सिर्फ बातचीत के जरिए ही समाधान पर जोर दे रहा है.
इससे पहले पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की थी. तब 25 मिनट तक वर्तमान स्थिति चर्चा हुई थी, उस बातचीत में पीएम मोदी ने पुतिन के सामने यूक्रेन में फंसे भारतीयों का मुद्दा उठाया था. साथ ही, उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया था कि कूटनीति के जरिए ही यूक्रेन से विवाद का हल निकाला जाए.