Russia-Ukraine War: नई दिल्ली, यूक्रेन पर रूसी सेना के हमले (Russia-Ukraine War) के बाद अमेरिका, यूरोपीय यूनियन समेत कई देशों ने यूक्रेन का समर्थन करते हुए रूस पर कई प्रतिबंध लगा दिए थे. इसी प्रतिबंध का पलटवार करते हुए रूस ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन. विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन […]
नई दिल्ली, यूक्रेन पर रूसी सेना के हमले (Russia-Ukraine War) के बाद अमेरिका, यूरोपीय यूनियन समेत कई देशों ने यूक्रेन का समर्थन करते हुए रूस पर कई प्रतिबंध लगा दिए थे. इसी प्रतिबंध का पलटवार करते हुए रूस ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन. विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो सहित लगभग 300 से अधिक नेताओं के रूस आने पर प्रतिबंध लगा दिया है. प्रतिबंधित नेताओं में कनाडा के प्रमुख सांसदों के साथ विदेश मंत्री मेलैनी जोली, रक्षा मंत्री अनिता आनंद भी शामिल है.
रूसी आक्रमण (Russia-Ukraine War) के विरोध में अमेरिका और उसके सहयोगी देश जापान ने रूस के शीर्ष सैन्य अधिकारियों के पर प्रतिबंध लगा दिया है. अमेरिका ने 11 और जापान ने 17 अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाया है. जापान ने प्रतिबंध में शामिल लोगों की संपत्ति को भी फ्रीज करने का निर्णय लिया है. वहीं ब्रिटेन ने भी रूस को निर्यात किए जाने वाले लग्जरी सामानों पर रोक लगा दी है.
अमेरिका के प्रतिबंधो पर बात करते हुए रूसी विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को बड़ा बयान दिया. विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमेरिकी नेतृत्व रुसोफोबिया से पीड़ित है और वो रूस से नफरत करता है. मंत्रालय ने अमेरिकी लोगों पर लगाए प्रतिबंधो के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अमेरिका के रक्षा मंत्री लायड आस्टिन, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी और सीआइए के निदेशक विलियम बर्न्स भी शामिल है. विदेश मंत्रालय ने आगे कहा कि इस सूची कोआने वाले दिनों में और भी विस्तार दिया जाएगा.
युद्धग्रस्त यूक्रेन पर बढ़ रहे रूसी हमले के बीच यूरोपीय यूनियन के तीन देशों के राष्ट्राध्यक्ष मंगलवार को यूक्रेन के दौरे पर रवाना हो गए. इन नेताओं में चेक गणराज्य के प्रधानमंत्री पेट्र फियाला, पोलैंड के प्रधानंमत्री मैटिअस्ज मोरावीकी और स्लोवाकिया के प्रधानंमत्री जानेज जानसा शामिल है. ये सभी नेता यूक्रेन के ताजा हालातों का जायजा लेंगे और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेंलेस्की से भी मुलाकात करेंगे. बता दे इस दौरें में जा रहे नेता जिन देशओं से संबंध रखते है वो सभी सैन्य गठबंधन नाटो के सदस्य है।