नई दिल्ली। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस वक्त अपने राजनीतिक जीवन की सबसे बड़ी मुश्किल का सामना कर रहे हैं. एक ओर वे (रूसी सेना) पिछले 16 महीने से यूक्रेन में युद्ध छेड़े हुए हैं, वहीं अब रूस में ही उनके खिलाफ बगावत हो गई है. कभी राष्ट्रपति पुतिन के सबसे खास लोगों में गिने […]
नई दिल्ली। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस वक्त अपने राजनीतिक जीवन की सबसे बड़ी मुश्किल का सामना कर रहे हैं. एक ओर वे (रूसी सेना) पिछले 16 महीने से यूक्रेन में युद्ध छेड़े हुए हैं, वहीं अब रूस में ही उनके खिलाफ बगावत हो गई है. कभी राष्ट्रपति पुतिन के सबसे खास लोगों में गिने जाने वाले येवगेनी प्रिगोझिन ने अब उनके ही खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. प्राइवेट आर्मी ‘वैगनर’ के प्रमुख प्रिगोझिन ने पुतिन को सत्ता से उखाड़ फेंकने की कसम खा ली है. वहीं, इसके जवाब में जब पुतिन ने वैगनर ग्रुप को कुचलने की बात कही तो प्रिगोझिन ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति ने गलत चुनाव किया है. अब रूस को जल्द ही नया राष्ट्रपति मिलेगा.
वैगनर ग्रुप के विद्रोह के बाद राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने राष्ट्र को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि वैगनर ने बुरे वक्त में हमें धोखा दिया है. उन्होंने हमारी सेना को चुनौती दी है. पुतिन ने कहा कि सेना के खिलाफ हथियार उठाने वाला हर शख्स देशद्रोही है. प्रिगोझिन ने रूस के साथ विश्वासघात किया है. उन्होंने हमारे लोगों की पीठ पर हमला किया है. रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि आज रूस अपने भविष्य के लिए लड़ रहा है. हम पूरी ताकत से लड़ेंगे, हमारा जवाब और भी कठोर होगा.
यूक्रेन युद्ध में जीत की उम्मीद लगाए बैठे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को अब तख्तापलट का खतरा महसूस हो रहा है. क्रेमलिन की सुरक्षा के लिए हजारों सैनिकों के साथ टैंक लगाए गए हैं. मॉस्को की सड़कें टैंक और बख्तरवाहनों से पटी हुई हैं. पुतिन की सबसे बड़ी ताकत रही उनकी प्राइवेट आर्मी ही अब उनके तख्तापलट का कारण बनती जा रही है.
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन वैगनर की बगावत को लेकर लगातार अपने करीबियों से अपडेट ले रहे हैं. रूसी सेना, आंतरिक मंत्रालय, एफएसबी और नेशनल गार्ड के बड़े अधिकारी राष्ट्रपति पुतिन को अलग-अलग ब्रीफिंग दे रहे हैं. उधर, कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि वैगनर ग्रुप यूक्रेनी सेना से मिल गया है. इसके बाद ही उसने रूस के खिलाफ बगावत छेड़ दी है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह मामला यूक्रेन के बखमुत से जुड़ा हुआ है. दरअसर, पिछले दिनों बखमुत में स्थित वैगनर के ट्रेनिंग कैंप पर एक मिसाइल हमला हुआ था. वैगनर प्रमुख येवगेनी प्रिगोझि का मानना है कि इस हमले में क्रेमलिन का हाथ है. इसके बाद उन्हें मॉस्को को तबाह करने की कसम खाई है. येवगिनी ने दावा किया है कि रोस्टोव में स्थित रूसी सेना के मिलिट्री हेड क्वार्टर्स पर अब उसका नियंत्रण है.
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