अयोध्या। रामनगरी अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का विधान आज पूरा हो गया. इस बीच श्रीराम के प्रथम दर्शन भी हो गए. पीएम मोदी ने मंदिर के गर्भगृह में प्राण-प्रतिष्ठा पूजा की. इस दौरान उन्होंने रामलला की आंख से पट्टी खोली. इस दौरान उनके साथ सीएम योगी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मौजूद रहीं। इसके बाद प्रधानमंत्री ने वहां मौजूद लोगों को संबोधित किया। पीएम ने भगवान राम से क्षमा याचना भी की।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये सामान्य समय नहीं है। यह काल के चक्र पर सर्वकालिक स्याही से अंकित हो रही अमिट स्मृति रेखाएं हैं। उन्होंने आगे कहा कि साथियों हम सब जानते हैं कि जहां राम का काम होता है, वहां पवनपुत्र हनुमान अवश्य ही विराजमान होते हैं। पीएम ने कहा कि मैं रामभक्त हनुमान को प्रणाम करता हूं। मैं माता जानकी, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न को प्रणाम करता हूं। पीएम ने कहा कि मैं सबको प्रणाम करता हूं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं इस पल दैवीय अनुभव कर रहा हूं। वे दिव्य आत्माएं, वे दैवीय विभूतियां भी हमारे आसपास ही उपस्थित हैं। उन्होंने कहा कि मैं इन सबको नमन करता हूं। मैं प्रभु श्रीराम से क्षमा याचना करता हूं। हमारे पुरुषार्थ, हमारे त्याग और तपस्या में कुछ तो कमी रह गई होगी कि हम इतनी सदियों तक ये काम नहीं कर पाए।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सदियों की तपस्या के बाद आज हमारे राम आ गए हैं। उन्होंने कहा कि हमारे प्रभु राम आ गए हैं, हमारे रामलला अब टेंट में नहीं रहेंगे, बल्कि अब दिव्य मंदिर में रहेंगे। ये पल पवित्रतम है, यह क्षण अलौकिक है। पीएम ने कहा कि यह ऊर्जा और घड़ी प्रभु श्रीराम का हमसब पर आशीर्वाद।