जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हैं. राज्य की सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस और विपक्षी दल भाजपा के नेताओं के बीच वार-पलटवार भी जारी है. इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के साथ अपने संबंधों पर खुलकर बात की है. एक निजी टीवी चैनल को दिए […]
जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हैं. राज्य की सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस और विपक्षी दल भाजपा के नेताओं के बीच वार-पलटवार भी जारी है. इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के साथ अपने संबंधों पर खुलकर बात की है. एक निजी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में गहलोत ने कहा है कि सचिन पायलट बच्चे की तरह है और उससे मुझे स्नेह है. इसके साथ ही गहलोत ने कहा कि हम भूलो और माफ करो के मॉडल पर चलकर कांग्रेस को फिर से जिताने के लिए एक साथ काम कर रहे हैं.
अशोक गहलोत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) सिर्फ धर्म के नाम पर राजनीति करती है. उन्होंने कहा कि भाजपा का हिंदुत्व कार्ड राजस्थान में काम नहीं करने वाला है. हमारी सरकार ने हिंदुओं के लिए सबसे अधिक काम किया है. हमने हिंदुओं की भावनाओं का भी ख्याल रखा है. मुख्यमंत्री के सवाल पर गहलोत ने कहा कि अगर कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में जीत मिलती है तो पार्टी मिलकर फैसला करेगी कि अगला सीएम कौन होगा.
अशोक गहलोत ने आगे कहा जनता को यह अच्छे से जानने की जरूरत है कि उन्हें किस पार्टी को वोट देना है. अगर मैंने पिछले 5 सालों में अच्छा काम किया है और लोग भी ये कहते हैं कि मुख्यमंत्री ने अच्छा काम किया है, तो मैं उस जगह क्यों खत्म करूं? मैंने पूरी सोच से ये कहा है कि मुख्यमंत्री का पद मुझे नहीं छोड़ रहा है और भविष्य में भी नहीं छोड़ने वाला है.
सीएम गहलोत ने राजस्थान में हर पांच साल में सत्ता परिवर्तन की परंपरा को लेकर किए गए सवाल का भी जवाब दिया. उन्होंने कहा कि इस बार सत्ता परिवर्तन की परंपरा बदल जाएगी. हमारी सरकार ने कल्याणकारी योजनाओं और जनता से जुड़े हुए प्रोजेक्ट पर काफी अच्छा काम किया है. राजस्थान के लोगों का भी यही मानना है कि राज्य के इतिहास में कभी भी नहीं हुआ है. राजस्थान की अब हर जगह चर्चा हो रही है.