जयपुर। राजस्थान के कांग्रेस सरकार में आपसी खींचतान थमने का नाम नहीं ले रही है। सीएम अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच सियासी लड़ाई बढ़ती जा रही है। बीते दिनों प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गहलोत पर जमकर निशाना साधने वाले पायलट आज से ‘जन संघर्ष पदयात्रा’ की शुरुआत करने जा रहे हैं। सचिन […]
जयपुर। राजस्थान के कांग्रेस सरकार में आपसी खींचतान थमने का नाम नहीं ले रही है। सीएम अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच सियासी लड़ाई बढ़ती जा रही है। बीते दिनों प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गहलोत पर जमकर निशाना साधने वाले पायलट आज से ‘जन संघर्ष पदयात्रा’ की शुरुआत करने जा रहे हैं। सचिन पायलट की यह पांच दिवसीय पदयात्रा अजमेर से शुरू होकर जयपुर में खत्म होगी।
बता दें कि इससे पहले सचिन पायलट ने 9 मई को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि सीएम गहलोत अपनी ही सरकार के विधायकों को बदनाम कर रहे हैं। उन्होंने ऐसे विधायकों के ऊपर लगाए हैं, जिनके पास 50 साल का अनुभव है। मैं मुख्यमंत्री के आरोपों को सिरे से नकारता हूं। इसके साथ ही पायलट ने कहा था कि मैं 11 मई से अजमेर से जयपुर तक 5 दिन की यात्रा निकालूंगा। यह यात्रा भ्रष्टाचार के खिलाफ होगी। इस यात्रा के बाद आगे कोई फैसला लिया जाएगा।
सचिन पायलट ने कहा कि मैं पहली बार किसी नेता को अपनी ही पार्टी के सांसदों और विधायकों की आलोचना करते हुए देख रहा हूं। बीजेपी के नेताओं की तारीफ करना और कांग्रेस के नेताओं का अपमान करना मेरी समझ से परे है और यह बिल्कुल गलत है। मैं अब समझ गया हूं कि सीएम अशोक गहलोत जी ने वसुंधरा सरकार के दौरान हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की। कुछ लोग कांग्रेस पार्टी को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हम उन्हें सफल नहीं होने देंगे।
पायलट ने कहा कि धौलपुर में अशोक गहलोत का भाषण सुनकर मुझे समझ में आ गया कि हम पिछले 4.5 साल में भ्रष्टाचार के मामलों पर कार्रवाई क्यों नहीं कर पाए। उन्होंने कहा कि जनता से बड़ा कोई नेता नहीं। उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत की नेता सोनिया गांधी नहीं बल्कि वसुंधरा राजे हैं।धौलपुर में गहलोत जी के भाषण को सुनने के बाद ऐसा लगता है कि उनकी नेता वसुंधरा राजे सिंधिया हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले रविवार को धौलपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा कि अमित शाह, धर्मेंद्र प्रधान और गजेंद्र सिंह शेखावत ने हमारी सरकार के खिलाफ षडयंत्र किया था। इन्होंने कांग्रेस विधायकों को पैसे बांट दिए थे, लेकिन वसुंधरा राजे सिंधिया ने सरकार गिराने वालों का साथ नहीं दिया, जिसकी वजह से हमारी सरकार बच पाई।
सोनिया गांधी नहीं वसुंधरा राजे हैं अशोक गहलोत की नेता, सचिन पायलट का बड़ा हमला