जयपुर: राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने आज अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़ने ने राजधानी जयपुर में स्थित पार्टी में कार्यालय में घोषणा पत्र जारी किया. बता दें कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में कई लोकलुभावन घोषणाएं शामिल हैं, जिनमें 4 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी, किसानों को 2 […]
जयपुर: राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने आज अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़ने ने राजधानी जयपुर में स्थित पार्टी में कार्यालय में घोषणा पत्र जारी किया. बता दें कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में कई लोकलुभावन घोषणाएं शामिल हैं, जिनमें 4 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी, किसानों को 2 लाख रुपये तक का ब्याज से मुक्त कर्ज देने का वादा शामिल है.
1- राज्य में कांग्रेस सरकार बनने पर पांच साल में चार लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी जाएगी.
2- पंचायत के स्तर पर सरकारी नौकरी के लिए अलग से नया कैडर बनाया जाएगा.
3- गैस सिलंडेर की कीमत को 500 से 400 रुपये किया जाएगा.
4- मनरेगा और इंदिरा गांधी शहरी रोजगार में दिन को 125 से बढ़ाकर 150 किया जाएगा.
5- प्रत्येक गांव और शहरी वार्ड में सिक्योरिटी गार्ड नियुक्त किए जाएंगे.
6- RTE कानून को लेकर निजी शिक्षण संस्थानों में 12वीं तक की पढ़ाई मुफ्त की जाएगी.
7- चिरंजीवी बीमा राशि को 25 लाख रुपये से बढ़ाकर 50 लाख रुपये किया जाएगा.
8- स्वामीनाथन आयोग की सिफारियों के अनुसार किसानों के लिए एमएसपी कानून लाया जाएगा.
9- दुकानदारों और छोटे व्यापारियों को 5 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराया जाएगा.
10- राज्य मे आवास अधिकार कानून को लाकर सभी को आवास दिए जाएंगे.
कांग्रेस का घोषणा पत्र जारी करने के बाद पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़ने ने कहा कि भाजपा हमारी योजनाओं को नकल कर रही है. वे कह रहे हैं कि हम रेवड़ी बांट रहे हैं तो आप फिर आप लोग पांच किलो अनाज क्यों मुफ्त दे रहे हो? वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान प्रति व्यक्ति आय के मामले में राजस्थान 12वें से तीसरे स्थान पर आ गया है. हमारा खाद्यान्न उत्पादन राष्ट्रीय औसत से भी ज्यादा है.
गौरतलब है कि राजस्थान में 200 सदस्यों वाली विधानसभा के लिए एक ही चरण में वोटिंग होगी. 25 नवंबर को राज्य सभी विधानसभा सीटों पर मतदान होगा. इसके बाद 3 दिसंबर को नतीजे सामने आएंगे. मालूम हो कि कांग्रेस पार्टी जहां राज्य में सत्ता वापसी की कोशिश में जुटी है, वहीं, भाजपा इस बार सरकार बनाने की कोशिश में लगी है.