‘पैसा आ जाएगा लेकिन नाम गया तो…’ भाई से पार्टी की पहचान छिन जाने पर राज ठाकरे ने शेयर किया बालासाहेब का ऑडियो

मुंबई: महाराष्ट्र में उद्धव और शिंदे गुट के बीच शिवसेना के सिंबल और नाम के हक को लेकर चल रही तनातनी पर EC के फैसले ने विराम लगा दिया है. जहां निर्वाचन आयोग ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की पार्टी को शिवसेना का नाम और धनुष बाण देने का फैसला सुनाया है. इसी बीच सियासी जंग […]

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‘पैसा आ जाएगा लेकिन नाम गया तो…’ भाई से पार्टी की पहचान छिन जाने पर राज ठाकरे ने शेयर किया बालासाहेब का ऑडियो

Riya Kumari

  • February 17, 2023 9:13 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

मुंबई: महाराष्ट्र में उद्धव और शिंदे गुट के बीच शिवसेना के सिंबल और नाम के हक को लेकर चल रही तनातनी पर EC के फैसले ने विराम लगा दिया है. जहां निर्वाचन आयोग ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की पार्टी को शिवसेना का नाम और धनुष बाण देने का फैसला सुनाया है. इसी बीच सियासी जंग भी छिड़ गई है. एक ओर सीएम शिंदे इस फैसले को लोकतंत्र की जीत बता रहे हैं तो दूसरी ओर संजय राउत ने इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया है. इसी बीच उद्धव ठाकरे के चचेरे भाई राज ठाकरे ने एक ऑडियो शेयर किया है.

 

बालासाहेब का ऑडियो

दरअसल ये बालासाहेब ठाकरे का ऑडियो है जिसमें वह कह रहे हैं कि पैसा गया तो कमा लिया जाएगा लेकिन नाम गया तो कभी वापस नहीं आएगा. इसे शेयर करते हुए उन्होंने कैप्शन दिया कि “बालासाहेब ने जो ‘शिवसेना’ का विचार दिया वह कितना सही था, आज हम एक बार फिर जानते हैं…” ऑडियो के बारे में बात करें तो इसमें बालासाहेब कहते हैं कि “पैसा आता है और जाता है. पैसा जाएगा तो वापस कमा लिया जाएगा, लेकिन एक बार नाम गया तो कभी वापस नहीं आएगा. इसलिए नाम बड़ा करो. नाम ही सब कुछ है.”

 

क्या बोले राउत?

दरअसल चुनाव आयोग का फैसला आते ही उद्धव गुट के नेता ने एक ट्वीट किया है.संजय राउत ने चुनाव आयोग के इस फैसले के बाद ट्वीट कर कहा कि इस फैसले की स्क्रिप्ट पहले से ही तैयार थी. भारत तानाशाही की ओर बढ़ रहा है जबकि नतीजे हमारे पक्ष में आने की बात कही गई थी. लेकिन अब चमत्कार हो गया है आप चाहें लड़ते रहो. संजय राउत आगे कहते हैं कि ऊपर से नीचे तक करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाया है. इस बारे में सभी को फिक्र करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि जनता हमारे साथ है.उन्होंने आगे कहा है कि उनकी पार्टी दरबार में नया चिह्न लेकर जाएगी. उनके शब्दों में, फिर से शिवसेना खड़ी करके दिखाएंगे, ये लोकतंत्र की हत्या है.

शिंदे का बयान

दरअसल शिवसेना के नाम और पार्टी के सिंबल पर हक को लेकर उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के बीच पिछले कुछ समय से तनातनी चल रही थी. इसी बीच चुनाव आयोग का बड़ा फैसला सामने आया है. इस फैसले के बाद शिवसेना का नाम और पार्टी का निशान शिंदे गुट को मिल जाएगा. दरअसल EC ने पार्टी का नाम और शिवसेना का प्रतीक तीर कमान एकनाथ शिंदे गुट को सौंप दिया है. इस फैसले के बाद महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे की भी प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने एक समाचार चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि ये लोकतंत्र की जीत है. लोग हमसे जुड़े हुए हैं सत्य की जीत हुई है. ये बालासाहेब के विचारों की जीत हुई है. उन्होंने आगे EC के इस फैसले को लाखों कार्यकर्ताओं की जीत बताया है.

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