नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इस वक्त ब्रिटेन के दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में भाषण दिया। अपने भाषण में उन्होंने दावा किया कि उनके फोन में पेगासस जासूसी सॉफ्टवेयर था। राहुल ने कहा कि भारत में बड़ी संख्या में नेताओं के फोन में पेगासस था। उन्होंने दावा […]
नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इस वक्त ब्रिटेन के दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में भाषण दिया। अपने भाषण में उन्होंने दावा किया कि उनके फोन में पेगासस जासूसी सॉफ्टवेयर था। राहुल ने कहा कि भारत में बड़ी संख्या में नेताओं के फोन में पेगासस था। उन्होंने दावा किया कि जांच एजेंसी के अधिकारियों ने उन्हें फोन पर संभल कर बात करने की सलाह दी थी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में अपने संबोधन के दौरान कहा कि भारत में इस वक्त लोकतंत्र खतरे में है। उन्होंने दावा किया कि मेरे फोन में भी पेगासस जासूसी सॉफ्टवेयर था। राहुल ने कहा कि अधिकारियों ने उन्हें सलाह दी थी कि वे फोन पर सावधानी से बात करें, क्योंकि उनके फोन की रिकॉर्डिंग की जा रही है।
राहुल गांधी ने आगे कहा कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है। हम सभी एक निरंतर दबाव को महसूस कर रहे हैं। विपक्षी दलों के नेताओं पर केस किए जा रहे हैं। मेरे ऊपर भी कई सारे केस किए गए हैं। ऐसे मामलों में केस किए गए हैं, जो बनते ही नहीं हैं। हम अपना बचाव करने की कोशिश कर रहे हैं।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा की देश में मीडिया और न्यायपालिका पर सरकार का कब्जा हो गया है। दलितों, अल्पसंख्यकों और आदिवासियों पर हमले हो रहे हैं। जो कोई भी सरकार की आलोचना करता है, उसे धमकाया जाता है। कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिख, मुस्लिम और ईसाईयों को दूसरे दर्जे का नागरिक समझते हैं, इसीलिए मैं उनसे सहमत नहीं हूं।
कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में अपने संबोधन में राहुल गांधी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जो नींव देश की रखी है, वो सही नहीं है। पीएम भारत की पहचान को नष्ट कर रहे हैं। वो भारत में एक ऐसा विचार थोप रहे हैं, जो देश कभी नहीं ले पाएगा। उन्होंने कहा कि हम एक ऐसी दुनिया नहीं चाहते हैं, जो लोकतांत्रिक मूल्यों से जुड़ी हुई नहीं हो, इसीलिए अब हमें नई सोच की जरूरत है।
कारगिल युद्ध के साजिशकर्ता थे मुशर्रफ, 1965 में भारत के खिलाफ लड़े थे युद्ध
Parvez Musharraf: जानिए क्या है मुशर्रफ-धोनी कनेक्शन, लोग क्यों करते हैं याद