नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा ब्रिटेन की कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में दिए गए भाषण पर सियासी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच आज भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस नेता पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि जो बात कभी पाकिस्तान नहीं कह पाया, […]
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा ब्रिटेन की कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में दिए गए भाषण पर सियासी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच आज भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस नेता पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि जो बात कभी पाकिस्तान नहीं कह पाया, वह राहुल गांधी अब कह रहे हैं।
संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी कैम्ब्रिज में कह रहे हैं कि भारत में निवेश मत करना, यहां पर न्यायपालिका बिक गई है, देश में लोकतंत्र नहीं है और मीडिया स्वतंत्र नहीं है। उन्होंने कहा कि जो बात कभी पाकिस्तान नहीं कह पाया, अब वह राहुल गांधी कह रहे हैं। वे चीन की तारीफ कर रहे हैं, कह रहे हैं कि चीन सद्भाव चाहता है।
भाजपा प्रवक्ता ने आगे कहा कि राहुल गांधी ने विदेशी धरती से भारत का अपमान किया है। उन्होंने भारत आने वाले निवेशकों को भड़काया है। दुनियाभर की कंपनियां इस वक्त चीन की जगह भारत में निवेश करने में लगी है, इस बीच राहुल गांधी विदेश में भारत की बुराई कर रहे हैं।
बता दें कि, इससे पहले कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ब्रिटेन की कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में भाषण देते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भारत में बड़ी संख्या में नेताओं के फोन में पेगासस था। उन्होंने दावा किया कि जांच एजेंसी के अधिकारियों ने उन्हें फोन पर संभल कर बात करने की सलाह दी थी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में अपने संबोधन के दौरान कहा कि भारत में इस वक्त लोकतंत्र खतरे में है। उन्होंने दावा किया कि मेरे फोन में भी पेगासस जासूसी सॉफ्टवेयर था। राहुल ने कहा कि अधिकारियों ने उन्हें सलाह दी थी कि वे फोन पर सावधानी से बात करें, क्योंकि उनके फोन की रिकॉर्डिंग की जा रही है।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा की देश में मीडिया और न्यायपालिका पर सरकार का कब्जा हो गया है। दलितों, अल्पसंख्यकों और आदिवासियों पर हमले हो रहे हैं। जो कोई भी सरकार की आलोचना करता है, उसे धमकाया जाता है। कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिख, मुस्लिम और ईसाईयों को दूसरे दर्जे का नागरिक समझते हैं, इसीलिए मैं उनसे सहमत नहीं हूं।
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