रूस यूक्रेन में क्या फंसा सीरिया के सुन्नी विद्रोहियों ने तुर्की की शह पर जोरदार हमला कर दिया है. इस हमले से रूस समर्थक राष्ट्रपति बशर अल असद की सरकार बुरी तरह फंस गई है और टार्टल नेवल बेस की सुरक्षा खतरे में पड़ गई है. परेशान रूस ने भूमध्य सागर में युद्धाभ्यास शुरू कर दिया है. इसमें रूस ने ब्रह्मास्त्र रूपी हाइपरसोनिक मिसाइल जिरकॉन का इस्तेमाल किया है जिससे दुनिया भर में हड़कंप मचा हुआ है.
नई दिल्ली. यूक्रेन के बाद सीरिया में भी रूस बुरी तरह फंस गया है. राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक गलती ने सीरिया में तुर्की समर्थित एचटीएस विद्रोहियों को वार करने का मौका दे दिया है. पुतिन ने सीरिया में तैनात अपनी सेना के जवानों को वहां से निकालकर यूक्रेन बॉर्डर पर लगा दिया. विद्रोहियों को लगा कि यही वार करने का सही मौका है लिहाजा पूरी ताकत से हमला बोल दिया है. सुन्नी विद्रोहियों को तुर्की का समर्थन मिल रहा है लिहाजा रूस समर्थक राष्ट्रपति बशर अल असद की सरकार बुरी तरह फंस गई है. पुतिन को जब लगा कि ऐसे बात नहीं बनेगी लिहाजा भूमध्य सागर से हाइपरसोनिक मिसाइल जिरकॉन दाग दिया. साथ में बम भी बरसाये.
सीरिया में तुर्की की शह पर सुन्नी विद्रोहियों ने बड़ा हमला बोला है. सीरिया का टार्टल नेवल बेस रूसी वायुसेना के कब्जे में है और वहां की सरकार रूस के भरोसे है लिहाजा उसकी रक्षा के लिए कमांडर अलेक्जेंडर को भेजना पड़ा है. साथ ही रूस ने ब्रह्मास्त्र रूपी हाइपरसोनिक मिसाइल जिरकॉन का इस्तेमाल कर दिया है. भूमध्य सागर में रूस के इस शक्ति प्रदर्शन से सीरिया से लेकर तुर्की तक में हड़कंप मच गया है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस युद्धाभ्यास से साफ कर दिया है कि नेवल बेस को बचाने के लिए वह कुछ भी करेंगे.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भूमध्य सागर में जबरदस्त शक्ति प्रदर्शन किया है. भूमध्य सागर में पुतिन की सेना ने अपनी सबसे ताकतवर हाइपरसोनिक मिसाइल जिरकॉन का टेस्ट किया है. बताया गया है कि रूस ने सीरिया और तुर्की समेत पश्चिम को साफ संदेश भेजा है कि वह अपनी सुरक्षा के लिए कुछ भी करेगा. इस मिसाइल को किसी भी डिफेंस सिस्टम से नहीं रोका जा सकता है. रूसी सेना की ओर से जारी वीडियो में नजर आ रहा है कि एक युद्धपोत से जिरकॉन सुपरसोनिक मिसाइल दागी जा रही है. इन मिसाइलों को एडमिरल गोर्शकोव और एडमिरल गोलोवको युद्दपोत से छोड़ा गया जो कि रूसी नौसेना के स्ट्राइक ग्रुप का हिस्सा है. बताते हैं कि इस दौरान रूसी सबमरीन ने कैलिबर क्रूट मिसाइल भी दागा.
इस युद्धाभ्यास में एक हजार सैनिक, दस युद्धपोत और हाइपरसोनिक मिसाइल से लैस 24 फाइटर जेट शिरकत कर रहे हैं. रूसी सेना ने इन मिसाइलों के अलावा तोपखाने से फायरिंग और बम बरसाने का भी अभ्यास किया. तुर्की की शह पर सुन्नी विद्रोहियों ने सीरिया में बड़ा हमला बोल दिया है और अलेप्पो शहर पर कब्जा कर लिया है. इस हमले से रूस समर्थक बशर अल असद की सरकार फंस गई है. यूक्रेन में रूस पहले से फंसा हुआ है, यूक्रेनी सेना ने अमेरिका की मदद से रूस के एस 400 मिसाइल सिस्टम को तबाह कर दिया था. रूसी सेना अभी तक कुसर्क इलाके पर कब्जा नहीं कर पाई है.