पंजाब. राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव Punjab Assembly Election के लिए सभी पार्टियां रणनीति बनाने में जुटी हैं। जल्द ही साफ भी हो जाएगा कि कौन सी पार्टी किस नेता की अगुवाई मे चुनाव लड़ेगी। लेकिन पंजाब कांग्रेस का सीएम चेहर कौन होगा इस पर लगातार संशय बना हुआ है। अभी तक कांग्रेस पंजाब […]
पंजाब. राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव Punjab Assembly Election के लिए सभी पार्टियां रणनीति बनाने में जुटी हैं। जल्द ही साफ भी हो जाएगा कि कौन सी पार्टी किस नेता की अगुवाई मे चुनाव लड़ेगी। लेकिन पंजाब कांग्रेस का सीएम चेहर कौन होगा इस पर लगातार संशय बना हुआ है। अभी तक कांग्रेस पंजाब में मुख्यमंत्री चेहरे की घोषणा से इनकार कर रही है। लेकिन राज्य के शीर्ष नेता इस पर एकमत नहीं हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit singh Channi) ने अपनी पार्टी को एक नसीहत दी है।
एक टीवी इंटरव्यू में सीएम चन्नी ने कहा कि जब-जब पार्टी ने सीएम उम्मीदवार घोषित नहीं किया, तब-तब वह चुनाव हारी है। इसलिए पार्टी को शीघ्र ही इसकी घोषणा कर देनी चाहिए। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि साल 2017 के चुनाव में जब पार्टी ने अपने सीएम उम्मीदवार को घोषणा की थी तो वह जीत गई थी। इसके साथ ही चन्नी ने अपनी खासियतें भी गिनाईं। उन्होंने कहा कि लोगों ने उनसे मिलने के लिए बैरिकेड्स तक तोड़ दिए थे। हालांकि क्या वह दुबारा पार्टी का सीएम चेहरा बनना चाहते हैं इस सवाल के जवाब में चन्नी ने कहा कि इसका फैसला पार्टी करेगी।
सीएम चन्नी से पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू भी पार्टी हाईकमान से सीएम चेहरा घोषित करने के लिए जोर लगा चुके हैं। सिद्धू ने संकेत दिए थे कि इस बार पंजाब में उन्हें सीएम उम्मीदवार बनाया जाना चाहिए। मंगलवार को एक प्रेसवार्ता के दौरान सिद्धू ने कहा था कि पार्टी हाईकमान नहीं बल्कि पंजाब की जनता अपना मुख्यमंत्री चुनेगी। प्रदेश कांग्रेस के मुताबिक उनके पास पंजाब के लिए बेहतर एजेंडा और उसका रोडमैप है।