नई दिल्ली: 22 दिसंबर यानी शुक्रवार को पाकिस्तान में बलूच लोगों ने देश भर में कई स्थानों पर प्रदर्शन (Protest In Pakistan) किया. ये प्रोटेस्ट बलूचिस्तान में कथित राज्य आतंकवाद और पाकिस्तान सरकार द्वारा जबरन लोगों को गायब कर उनकी हत्या करने के विरोध में किया जा रहा है. बलूचिस्तान वासियों का कहना है कि […]
नई दिल्ली: 22 दिसंबर यानी शुक्रवार को पाकिस्तान में बलूच लोगों ने देश भर में कई स्थानों पर प्रदर्शन (Protest In Pakistan) किया. ये प्रोटेस्ट बलूचिस्तान में कथित राज्य आतंकवाद और पाकिस्तान सरकार द्वारा जबरन लोगों को गायब कर उनकी हत्या करने के विरोध में किया जा रहा है. बलूचिस्तान वासियों का कहना है कि पाकिस्तानी सुरक्षाबल वहां गैर-न्यायिक हत्याओं को अंजाम देते हैं. इसी के खिलाफ बलूच वासियों ने इस्लामाबाद मे रैलियां और प्रदर्शन किए.
बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सुरक्षाबल का अत्याचार बढ़ता जा रहा है. वहां ये लोग जबरन लोगों को गायब कर देते हैं और फिर उनका कभी पता नहीं चल पाता है. बलूच वासियों का कहना है कि पाकिस्तानी सेना वहां गैर- कानूनी हत्याएं कर रही है. इसी के खिलाफ (Protest In Pakistan) हजारों की संख्या में बलूच लोगों ने इस्लामाबाद घेरने का ऐलान किया और रैलियां निकाली.
जानकारी के मुताबिक, बलूच लोगों को इस्लामाबाद के करीब पहुंचने से पहले ही पाकिस्तान सरकार ने उन्हें रोक दिया. इस्लामाबाद पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज किया. इसके अलावा पाकिस्तानी पुलिस ने इस दौरान भारी संख्या में गिरफ्तारी भी की है. प्रदर्शनकारियों को नेशनल प्रेस क्लब तक पहुंचने से रोकने के लिए जगह-जगह बैरिकेड लगाकर लठियां बरसाईं गईं और आंसू गैस के गोले दागे गए.
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