नई दिल्ली, भारत से सटे द्वीपीय देश में आर्थिक संकट के साथ-साथ इस समय राजनीति भी गरमाई हुई है. राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग को लेकर शनिवार को खूब बवाल हुआ. जहां देश की राजधानी कोलंबो स्थित राष्ट्रपति भवन पर प्रदर्शनकारियों की उग्र भीड़ ने धावा बोल दिया. इस दौरान राष्ट्रपति राजपक्षे को […]
नई दिल्ली, भारत से सटे द्वीपीय देश में आर्थिक संकट के साथ-साथ इस समय राजनीति भी गरमाई हुई है. राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग को लेकर शनिवार को खूब बवाल हुआ. जहां देश की राजधानी कोलंबो स्थित राष्ट्रपति भवन पर प्रदर्शनकारियों की उग्र भीड़ ने धावा बोल दिया. इस दौरान राष्ट्रपति राजपक्षे को सुरक्षित निकाल लिया गया. आर्थिक संकट से जूझ रही जनता के इस प्रदर्शन को लेकर पीएम रानिल विक्रमसिंघे ने स्पीकर की घर पर बैठक बुलाई. इस बैठक में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री दोनों का इस्तीफ़ा माँगा गया था. अब प्रधानमंत्री ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है.
रानिल विक्रमसिंघे ने श्रीलंका के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया।#SriLankaCrisis pic.twitter.com/vm1X4tPtri
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 9, 2022
बैठक में राष्ट्रपति राजपक्षे समेत देश के मौजूदा प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे का भी इस्तीफ़ा माँगा गया है. जहां पहले तो विक्रमसिंघे ने अपना पद छोड़ने से इनकार कर दिया था लेकिन बाद में उन्होंने इस फैसले पर अपनी सहमति जता दी थी. अब देश में मौजूदा प्रशासन स्पीकर महिंदा यापा अभयवर्धने द्वारा कार्यकारी राष्ट्रपति के तौर पर संभाला जा रहा है. उन्हें अगले 30 दिनों के लिए अस्थाई राष्ट्रपति के तौर पर नियुक्त किया गया है. सांसद हर्षा डी सिल्वा ने इस बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी ट्वीट कर दी है. अगले कुछ समय के लिए देश में अंतरिम सर्वदलीय सरकार की गई है. जानकारी के अनुसार अगले कुछ समय में देश में चुनाव करवाएं जाएंगे.
जानकारी के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति आवास में जमकर तोड़फोड़ की है। दोपहर में ही उन्होंने राष्ट्रपति आवास को चारो तरफ से घेर लिया था। जिसके बाद राष्ट्रपति गोटबाया को जान बचाकर भागना पड़ा। मीडिय रिपोर्ट्स के मुताबिक हजारों सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति को सत्ता से हटाने के लिए शुक्रवार को कोलंबो में प्रवेश किया था।
बता दें कि इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे पूरी परिवार के साथ भाग गए थे। प्रदर्शनकारियों की उग्र भीड़ ने कोलंबो में राजपक्षे के सरकारी आवास को घेर लिया था। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास को आग के हवाले भी कर दिया था।
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