राष्ट्रपति चुनाव: नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है। सत्ता-पक्ष और विपक्ष ने अपने-अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए है। इसी बीच एनडीए की द्रौपदी मुर्मू के बाद आज विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने भी नामांकन दाखिल कर दिया। इस मौके पर उनके साथ विपक्ष के कई दिग्गज नेता […]
नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है। सत्ता-पक्ष और विपक्ष ने अपने-अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए है। इसी बीच एनडीए की द्रौपदी मुर्मू के बाद आज विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने भी नामांकन दाखिल कर दिया। इस मौके पर उनके साथ विपक्ष के कई दिग्गज नेता मौजूद रहे। जिसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव शामिल है।
देश की सभी क्षेत्रीय और राष्ट्रीय पार्टियों ने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अपने पत्ते खोलने शुरू कर दिए है। इसी बीच तेलंगाना राष्ट्र समिति के प्रमुख के. चंद्रशेखर राव ने 17 विपक्षी दलों के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को अपना समर्थन देने की बात कही है। यशवंत सिन्हा का कहना है कि अभी उन्हें और पार्टियों का समर्थन मिलेगा।
बता दें कि विपक्षी उम्मीदवार यशंवत सिन्हा का मुकाबला एनडीए की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू से है। रविवार को एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में यशवंत सिन्हा ने मुर्मू के आदिवासी समुदाय से होने को लेकर कहा था कि एक व्यक्ति को ऊपर उठाने से पूरे समुदाय का उत्थान नहीं होता है। राष्ट्रपति भवन में अब अगर एक और ‘रबर स्टांप’ आ जाएगा, तो देश के लिए ये विनाशकारी होगा।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति पद के लिए 18 जुलाई को चुनाव होगा और 21 जुलाई को काउंटिंग होगी। चुनावी समीकरण की बात करें तो सत्ताधारी गठबंधन NDA के पास कुल मिलाकर 5.26 लाख वोट हैं। जो कुल वोटों का लगभग 49 प्रतिशत है। अब मुर्मू को जीत के लिए केवल एक परसेंट की और जरूरत है और ये वाईएसआर कांग्रेस पार्टी और बीजू जनता दल के समर्थन से पूरा हो जाएगा। इसके साथ ही बहुजन समाजवादी पार्टी ने भी द्रौपदी मुर्मू को अपना समर्थन देने की बात कही है।
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